कर्म का मार्ग सही हो तो मिलती है सफलता: महाराज राधेय

कर्म का मार्ग सही हो तो मिलती है सफलता: महाराज राधेय फोटो:3-प्रवचन देते राधेय प्रतिनिधि, अररियायह युग कर्म प्रधान है. मगर कर्म का मार्ग सही हो तो मनुष्य को सफलता मिलती है. लेकिन मार्ग के चयन में गलती होने पर मनुष्य अपने लक्ष्य की प्राप्ति में असफल हो जाता है. उक्त बातें कुर्साकांटा के सुभाष […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 28, 2015 6:35 PM

कर्म का मार्ग सही हो तो मिलती है सफलता: महाराज राधेय फोटो:3-प्रवचन देते राधेय प्रतिनिधि, अररियायह युग कर्म प्रधान है. मगर कर्म का मार्ग सही हो तो मनुष्य को सफलता मिलती है. लेकिन मार्ग के चयन में गलती होने पर मनुष्य अपने लक्ष्य की प्राप्ति में असफल हो जाता है. उक्त बातें कुर्साकांटा के सुभाष स्टेडियम में जारी श्री मद्भागवत कथा के सातवें दिन अपने प्रवचन के दौरान सरल संत नारायण दास जी महाराज राधेय ने कही. उन्होंने कहा कि वर्तमान युग सभी युगों से अधिक प्रामाणिक है. उन्होंने कहा जहां नारी की पूजा होती है वहां देवता का वास होता है. उन्होंने कहा कि भारत वर्ष ऋषि, मुनियों व संत महात्माओं का देश रहा है. इसी धरती पर राम, कृष्ण जैसे देव पुरुषों ने अवतार लिया और तुलसीदास, वाल्मिकी, कालीदास, वेद व्यास जैस ऋषि ने जन्म लिया.

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