नहीं मिली स्कूली बच्चों को किताबें

नहीं मिली स्कूली बच्चों को किताबें कुर्साकांटा. प्रखंड क्षेत्र के सरकारी विद्यालयों में गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा की बात करना गुणवत्ता पर ही प्रश्न चिह्न खड़ा करता दिख रहा है. गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा के लिए प्रथम तया पाठ्य पुस्तक की उपलब्धता आवश्यक है. जबकि सत्र 2015-16 का नौवां महीना चल रहा है लेकिन विद्यालयों में बच्चों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 7, 2015 8:01 PM

नहीं मिली स्कूली बच्चों को किताबें कुर्साकांटा. प्रखंड क्षेत्र के सरकारी विद्यालयों में गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा की बात करना गुणवत्ता पर ही प्रश्न चिह्न खड़ा करता दिख रहा है. गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा के लिए प्रथम तया पाठ्य पुस्तक की उपलब्धता आवश्यक है. जबकि सत्र 2015-16 का नौवां महीना चल रहा है लेकिन विद्यालयों में बच्चों को किताबें नहीं मिल पायी हैं. बगैर पाठ्य पुस्तक के न गुरु जी पढ़ा पा रहे हैं न ही छात्र पढ़ पा रहा है. इसके इतर विभागीय आदेश विद्यालय के प्रधान को जरूर मिल गयी है कि वर्तमान सत्र के तीन परीक्षा के अंक पत्र की उपयोगिता कार्यालय में जमा करे. ऐसे में गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा की बात करना ही गुणवत्ता पर सवाल खड़ा करता है. कहते हैं अभिभावक सरकारी विद्यालय में पढ़ रहे छात्रों के अभिभावक ने बताया कि विद्यालयों में किताब नहीं मिलने से छात्रों को परेशानी हो रही है. वहीं सरकारी किताब बाजार में उपलब्ध नहीं होने से अभिभावक खासे परेशान दिखे. कहते हैं बीआरपी कुर्साकांटा बीआरसी के बीआरपी अरविंद कुमार राम व विजेंद्र मंडल ने बताया कि प्रखंड के नवसृजित प्राथमिक व मध्य विद्यालयों के विद्यालय वार पुस्तकों की सूची जिला मुख्यालय भेज दी गयी है. पत्राचार भी किया गया है लेकिन पुस्तकों का आवंटन नहीं हो सका है. कहते हैं बीइओ पाठ्य पुस्तकों के आवंटन नहीं होने को लेकर प्रभारी बीइओ विजय सिंह ने बताया कि विभाग को डिमांड पत्र भेजा गया है लेकिन पटना से ही अब तक पुस्तक आवंटन नहीं हुआ है.

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