चचरी पुल ही बालूबाड़ी के ग्रामीणों के आवागमन का सहारा

चचरी पुल ही बालूबाड़ी के ग्रामीणों के आवागमन का सहारा फोटो 12 केएसएन 9बालूबाड़ी चचरी पुल प्रतिनिधि छत्तरगाछ(किशनगंज)आजादी के 67 साल बाद भी प्रखंड क्षेत्र के रायपुर पंचायत स्थित बालुबाड़ी गांव के हजारों लोगों को एक अदद पुल नसीब नहीं हुआ है. लोगों को आज भी मुख्य सड़क तक पहुंचने के लिए चचरी पुल ही […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 12, 2015 7:09 PM

चचरी पुल ही बालूबाड़ी के ग्रामीणों के आवागमन का सहारा फोटो 12 केएसएन 9बालूबाड़ी चचरी पुल प्रतिनिधि छत्तरगाछ(किशनगंज)आजादी के 67 साल बाद भी प्रखंड क्षेत्र के रायपुर पंचायत स्थित बालुबाड़ी गांव के हजारों लोगों को एक अदद पुल नसीब नहीं हुआ है. लोगों को आज भी मुख्य सड़क तक पहुंचने के लिए चचरी पुल ही सहारा है. लोगों को जान जोखिम में डाल कर प्रत्येक दिन बांस से बने चचरी पुल से ही आवागमन करना नियति बन गयी है. प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रखंड के बालुबाड़ी गांव आज भी विकास की रोशनी से कोसों दूर है. ग्रामीण मोहसीन, अबुजार, उपमुखिया जमील अख्तर, पंच सदस्य नौशाद आलम, शोएब आलम आदि दर्जनों लोगों ने बताया कि बालू गांव से मस्जिद तथा प्राथमिक विद्यालय होते हुए पीडब्ल्यूडी मुख्य सड़क तक जोड़ने वाली एक किमी सड़क की निर्माण कार्य को लेकर मुखिया से लेकर विधायक, सांसद तक गुहार लगायी. परंतु सड़क का निर्माण आज तक नहीं हुआ. मजबूरन हम ग्रामीणों ने चंदा इकट्ठा कर तथा श्रमदान देकर उक्त सड़क का निर्माण कार्य पिछले वर्ष जेसीबी से मिट्टी भराई कर किया था. वहीं मुख्य सड़क से निकट झील में एक पुल का निर्माण किया जाना है. जबकि मौके पर आकर स्थानीय विधायक डा मो जावेद ने जल्द पुल निर्माण करने का एक बार फिर ताजा आश्वासन दिया था. लेकिन विडंबना ही कहा जाये कि आश्वासन के एक वर्ष बाद भी पुल निर्माण कार्य नहीं हो पाया है. ग्रामीणों का कहना है कि खास कर गांव में शादी विवाह के मौके पर गांव तक वाहन नहीं पहुंच पाती है. मजबूरन दुल्हा दुल्हन को बैलगाड़ी में या तो पैदल गांव तक ले जाना पड़ता है. इधर ग्रामीणों ने नव पदस्थापित जिलाधिकारी का ध्यान आकृष्ट कराते हुए पुल निर्माण की मांग की है. ताकि हम गांव वालों को इस समस्या से स्थायी समाधान हो सके.

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