दुकानों में बढ़ी गरम कपड़ों की बिक्री
दुकानों में बढ़ी गरम कपड़ों की बिक्रीचिकित्सकों की सलाह बरतें सावधानी फोटो:13-शहर में शाम होते फैला कुहासा फोटो:14-गर्म कपड़े खरीदते लोग फोटो:15- बत्ती जला कर यात्रा करते वाहन चालक प्रतिनिधि, अररियाजिले में ठंड ने अपनी दस्तक दे दी है. कुहासे की चादर जहां पांच बजे शाम के बाद ही शहर के सड़कों पर छा जाती […]
दुकानों में बढ़ी गरम कपड़ों की बिक्रीचिकित्सकों की सलाह बरतें सावधानी फोटो:13-शहर में शाम होते फैला कुहासा फोटो:14-गर्म कपड़े खरीदते लोग फोटो:15- बत्ती जला कर यात्रा करते वाहन चालक प्रतिनिधि, अररियाजिले में ठंड ने अपनी दस्तक दे दी है. कुहासे की चादर जहां पांच बजे शाम के बाद ही शहर के सड़कों पर छा जाती है. शुक्रवार की संध्या पांच बजे शाम को ही सड़क पर कुहासे का असर ऐसा छाया था कि वाहन चालकों को अपने गाडि़यों की लाइट को जला कर अपने गंतव्य की ओर कूच करना पड़ा. शुक्रवार को शहर का अधिकतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस नोट किया तो शहर का न्यूनतम तापमान दस डिग्री सेल्सियस रहा. अचानक पड़ रहे इस भयानक ठंड को देखते हुए कपड़ों की दुकानों पर गरम कपड़ों की बिक्री में भी बढ़ोतरी हो गयी है. गाडि़यों की रफ्तार हुई धीमी सड़कों पर फर्राटे से चलनी वाली गाडि़यों की रफ्तार भी धीमी हो गयी है. शुक्रवार की सुबह कुहासे के कारण वाहन लाइट जला कर यात्रा करते देखे गये जबकि शाम पांच बजे के बाद से ही सड़कों पर कुहासे ने अपना राज कायम कर लिया. परिणाम यह हुआ कि वाहन चालक अपनी गाडि़यों की लाइट को जला कर धीमी गति से ही गाड़ी को चलाना मुनासिब समझ रहे थे. प्रशासन की ओर से नहीं हो पा रही है मुकम्मल व्यवस्था ठंड व कुहरा जिले के अलावा सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में भी अपनी असर दिखा रहा है. गांव के चौक चौराहों से लेकर सार्वजनिक स्थानों पर देर शाम होते हीं लोग अपने घरों में जल्द से जल्द पहुंचना मुनासिब समझ रहे हैं. जबकि सार्वजनिक स्थलों जैसे अस्पताल, चौक चौराहों पर प्रशासन की तरफ से अलाव की व्यवस्था नहीं किये जाने के कारण लोगों की नजर प्रशासन की तरफ उम्मीद की आस में उठ रही है. जबकि शहर के बस स्टैंड, व जीरो माइल स्थित रैन बसेरा में भी अब तक प्रशासन के द्वारा अलाव की व्यवस्था नहीं की जा सकी है. स्कूली बच्चों को हो रही है परेशानी ठंड के कारण सुबह- सुबह स्कूल जाने वाले बच्चों को भी काफी परेशानी हो रही है. स्कूली बच्चे को हालांकि अभिभावकों के द्वारा गरम कपड़े से ढ़क कर भेजा जा रहा है. लेकिन अभिभावकों को फिर भी बच्चे पर ठंड का असर पड़ने का दर्द साल रहा है.चिकित्सकों की सलाह ठंड में बरतें एहतियात अचानक ठंड के असर को देखते हुए चिकित्सक डॉ ओपी मंडल ने बताया कि ठंड की चपेट में आये मरीजों को डायरिया, नस की बीमारी, बच्चों में निमोनिया आदि का डर होता है. इसलिए ठंड से बचने के लिए गरम कपड़ों का प्रयोग करना चाहिए. साथ ही नाक, कान व गले को ढकने का हर संभव प्रयास करना चाहिए. बच्चों को एहतियात के तौर पर गरम कपड़ों से ढक कर रखना चाहिए.