ताराबाड़ी : जिंदगी और मौत से जूझ रही आग में झुलसी आदिवासी महिला के परिजनों के पास इतनी राशि नहीं है कि वे महिला का इलाज करा पाये. जबकि सदर अस्पताल में मंगलवार को झुलसी महिला को सदर अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए रेफर किया गया था.
लेकिन बाहर ले जाने के बजाय महिला के परिजनों के द्वारा वापस घर ले जाकर घरेलू उपचार कराया जा रहा है. ज्ञात हो कि ताराबाड़ी थाना क्षेत्र के तरौना भोजपुर पंचायत के बीड़ी भोजपुर गांव में सोमवार की देर रात्रि ढिबरी से लगी घर में आग की चपेट में आ कर मां और बेटी बुरी प्रकार से झुलस गयी थी. बेटी दुर्गी मरांडी की मौत घटना स्थल पर ही हो गयी थी.
जबकि मां सोनी हांसदा पति बुद्धु मरांडी गंभीर रूप से झुलस गयी थी. जिसे इलाज के लिए सदर अस्पताल में भरती कराया गया. सदर अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए पूर्णिया रेफर कर दिया गया.
इधर गंभीर रूप से झुलसी महिला के पति बुद्धु मरांडी ने बताया कि उनके पास इतने भी पैसे नहीं हैं कि वे अपनी पत्नी का इलाज अररिया से बाहर करा पायें. इसलिए वे अपनी पत्नी को घर वापस ले कर आ गये हैं. घर में घरेलू उपचार किया जा रहा है. अब ऊपर वाले की कृपा से ही ठीक होने की आस है.
झुलसी सोनी हांसदा के घर में पुत्री के मरने का गम तो है ही अब उसकी भी जिंदगी भगवान की कृपा पर टिकी हुई है. या फिर कोई पीडि़त परिवार को सहारा दे तो सोनी हांसदा का उपचार संभव हो पायेगा.