बलदिया हाट से कोल्था छत्तरगाछ जाने वालों का सहारा है चचरी पुल
बलदिया हाट से कोल्था छत्तरगाछ जाने वालों का सहारा है चचरी पुल फोटो 29 केएसएन 2जान जोखिम में डाल चचरी पुल पर आते-जाते लोग -450 फीट लंबी बांस का बना है चचरी पुलप्रतिनिधि छत्तरगाछ(किशनगंज)करोड़ों रुपये की लागत से बना रामगंज बेलवा प्रधानमंत्री सड़क स्थित बलदिया हाट से कोल्था छत्तरगाछ कॉलोनी तक जोड़ने वाली लगभग छह […]
बलदिया हाट से कोल्था छत्तरगाछ जाने वालों का सहारा है चचरी पुल फोटो 29 केएसएन 2जान जोखिम में डाल चचरी पुल पर आते-जाते लोग -450 फीट लंबी बांस का बना है चचरी पुलप्रतिनिधि छत्तरगाछ(किशनगंज)करोड़ों रुपये की लागत से बना रामगंज बेलवा प्रधानमंत्री सड़क स्थित बलदिया हाट से कोल्था छत्तरगाछ कॉलोनी तक जोड़ने वाली लगभग छह किमी सड़क का समुचित लाभ सतमेढी डोंक नदी घाट पर पुल निर्माण नहीं होने से क्षेत्र के लोगों को नहीं मिल पा रहा है. आजादी के 68 साल बाद भी इस पंचायत के लाखों की आबादी को 450 फीट लंबी बांस का बना चचरी पुल से जान जोखिम में डाल कर नदी पार करते है. डोंक नदी का जल स्तर बढ़ जाने से क्षेत्र के लोगों को छोटी छोटी नाव के सहारे आर पार होकर अपने गंतव्य तक पहुंचते हैं. बताते चलें कि प्रखंड भौगोलिक दृष्टिकोण से डोंक नदी के कारण दो भागों में बंटा हुआ है. ज्ञात हो कि जहां डोंक नदी के पूरब छोड़ प बसा जहांगीरपुर, दामलबाड़ी, पनासी, सितलपुर, उदागरा तथा बुधरा पंचायत के लोगों को प्रत्येक दिन छत्तरगाछ हाट सहित जिला मुख्यालय तक जाने के लिए नदी पार करना पड़ता है तो वहीं डोंक नदी के पश्चिम छोड़ पर स्थित कोल्था, भोटाथाना, छत्तरगाछ, रायपुर पंचायत के लोगों को प्रखंड मुख्यालय सहित क्षेत्र के किसानों के लिए एक बड़ी मंडी कहे जाने वाली पश्चिम बंगाल स्थित इस्लामपुर जाने के लिए प्रत्येक दिन नदी को पार करना पड़ता है. क्या कहते है ग्रामीणमुखिया बाबू राम टुडू, समाज सेवी नजरुल इस्लाम, सरपंच शमशाद अहमद, अंसारी मुखिया रईफुद्दीन, मुखिया सलमान, वार्ड सदस्य इस्लामउद्दीन आदि ने बताया कि जब तक सतमेढ़ी डोंक नदी घाट पर पुल निर्माण कार्य नहीं हो जाता है तब तक क्षेत्र के लोगों को बलदिया हाट से कोल्था कॉलोनी तक करोड़ों रुपये की लागत से बना प्रधानमंत्री ग्राम सड़क का समुचित लाभ नहीं मिलेगा. हालांकि सतमेढ़ी डोंक नदी घाट पर ग्रामीण कार्य विभाग से पुल निर्माण की खबर सुन कर क्षेत्र के ग्रामीणों में खुशी की लहर दौड़ गयी थी. परंतु विभाग द्वारा पुल निर्माण कार्य प्रारंभ नहीं किये जाने से लोगों में इन दिनों आक्रोश व्याप्त है. इधर क्षेत्र के किसानों का कहना है कि यदि उक्त स्थल पर पुल निर्माण कार्य हो जाये तो खेती से उपजाये फसलों को मंडी तक पहुंचाने में काफी सहुलियत होगी तथा किसानों को उनके फसलों का वाजिब मूल्य भी मिल जायेगा. क्षेत्र के लोगों ने नव पदस्थापित डीएम का ध्यान आकृष्ट कराते हुए सतमेढ़ी डोंक नदी घाट पर पुल निर्माण कराने की मांग की है.