बालिका गृह में रह रही एक लड़की की मौत

बालिका गृह में रह रही एक लड़की की मौतएसडीपीओ ने लिया जायजा, मृत लड़की से संबंधित फाइल जब्तपरिजनों को दी गयी सूचना, शव को भेजा पोस्टमार्टम में फोटो:1- अस्पताल में पड़ा मृत बच्ची का शव.प्रतिनिधि, अररियाजिला मुख्यालय के खरैया बस्ती में चल रहे बालिका गृह में रह रही 10 वर्षीय एक बच्ची की मौत रविवार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 3, 2016 6:38 PM

बालिका गृह में रह रही एक लड़की की मौतएसडीपीओ ने लिया जायजा, मृत लड़की से संबंधित फाइल जब्तपरिजनों को दी गयी सूचना, शव को भेजा पोस्टमार्टम में फोटो:1- अस्पताल में पड़ा मृत बच्ची का शव.प्रतिनिधि, अररियाजिला मुख्यालय के खरैया बस्ती में चल रहे बालिका गृह में रह रही 10 वर्षीय एक बच्ची की मौत रविवार को अहले सुबह हो गयी. वह बीमार चल रही थी. मृत बच्ची तारा मुड़ी मुर्मू पिता पताले मुर्मू, डेंगा बलुआ थाना पलासी की रहने वाली थी, जिसे बाल कल्याण समिति किशनगंज ने पांच जून 2015 को अररिया बालिका गृह भेजा था. सूचना पर एसडीपीओ मो कासिम, नगर थानाध्यक्ष रमेश कांत चौधरी, पुअनि सीके टुडू बालिका गृह पहुंच कर घटना की जानकारी ली व मृत लड़की से संबंधित फाइल को जब्त करते हुए थाना लाया. जानकारी अनुसार मृत लड़की की मां उसे छोड़ कहीं चली गयी थी. पिता कौड़ी सोरेन भी कमाने के लिए दिल्ली चला गया. बच्ची को उसकी मौसी फुलमणि, मौसा कुजल मुर्मू किशनगंज जिला के दिघलबैंक थाना क्षेत्र के डोरिया गांव लेकर चले गये. मौसा-मौसी उसे किसी लड़के के साथ काम कराने सिक्किम भेज दिया था. वह युवक उससे शादी करने का प्रयास करने लगा. इसका विरोध करते हुए वह उसके चंगुल से भाग निकली. भागने के क्रम में वह किशनगंज पहुंची, जहां चाइल्ड लाइन के लोगों ने उसे पकड़ कर किशनगंज सीडब्ल्यूसी के समक्ष उपस्थित कराया, जहां से सीडब्लूसी ने उसे अररिया बालिका गृह भेज दिया. तारा मुरी ने सीडब्लूसी किशनगंज में बयान दिया था कि उसे मौसा ने 10 हजार रुपये में उस लड़के के हाथ बेच दिया था. किशनगंज में भटकते हुए इस बच्ची पर किशनगंज चाइल्ड हेल्प लाइन की नजर पड़ी. फिर बच्ची को सीडब्लूसी के सामने उपस्थित कराया था. सीडब्लूसी किशनगंज में बालिका गृह नहीं होने के कारण बच्ची को अररिया के बालिका गृह में रहने के लिए भेजा गया था. कहते हैं एसडीपीओइस बाबत एसडीपीओ मो कासिम ने बताया कि बच्ची पूर्व से ही बीमार चल रही थी. उसका इलाज चल रहा था. मगर लगता है समुचित इलाज के अभाव में बच्ची की मौत हुई है. उससे संबंधित फाइल जब्त कर लिया गया है. उसके शव का पोस्टमार्टम कराया जायेगा. इसके बाद ही उसके मौत के कारणों का खुलासा हो पायेगा. कहते हैं बालिका गृह संचालकविकास बिहार एनजीओ द्वारा संचालित बालिका गृह के संचालक हरेंद्र कुमार सिंह ने बताया मृत लड़की पहले से बीमार थी. उसे पहले भी चिकित्सकों से दिखाया गया था. शनिवार को भी सदर अस्पताल में इलाज कराया गया था. चिकित्सक ने ठीक हो जाने की बात कह कर लड़की को बालिका गृह ले जाने को कहा. रविवार की अहले सुबह लड़की की मौत हो गयी. इलाज में कोई कोताही नहीं बरती गयी है. इसका डॉक्यूमेंट्री साक्ष्य संस्था के पास है. कहते हैं सहायक निदेशक इस संबंध में सहायक निदेशक अभय कुमार ने बताया कि बच्ची बीमार थी. साथ ही उसका इलाज भी चल रहा था. बच्ची के शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है. इसके बाद ही मौत के सही कारणों का खुलासा हो पायेगा.

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