शिकायत पेटियां बनी शोभा की वस्तु

शिकायत पेटियां बनी शोभा की वस्तु प्रतिनिधि, किशनगंजवर्ष 2013 में जिले के बढ़ते अपराध के ग्राफ को कम करने के उद्देश्य से तत्कालीन पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार ने शहर के विभिन्न चौक-चौराहों पर गुप्त सूचना के लिए शिकायत पेटी लगायी थी. इस पेटी को लगाने का उद्देश्य था कि जिले के वैसे निवासी जो अपराध […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 6, 2016 6:45 PM

शिकायत पेटियां बनी शोभा की वस्तु प्रतिनिधि, किशनगंजवर्ष 2013 में जिले के बढ़ते अपराध के ग्राफ को कम करने के उद्देश्य से तत्कालीन पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार ने शहर के विभिन्न चौक-चौराहों पर गुप्त सूचना के लिए शिकायत पेटी लगायी थी. इस पेटी को लगाने का उद्देश्य था कि जिले के वैसे निवासी जो अपराध पर अंकुश लगाना तो चाहते हैं परंतु प्रत्यक्ष रूप से सामने नहीं आना चाहते है. वैसे लोग अपनी सूचना इस पेटी में डाल दें. इसके साथ ही अगर जिला वासियों को पुलिस से संबंधित किसी भी प्रकार की शिकायत रहती है, तो वो भी अपनी शिकायत लिख कर इस पेटी में डाल सकते हैं. तत्कालीन पुलिस अधीक्षक प्रत्येक मंगलवार को सूचना व शिकायत पेटी में डाले गये पत्रों को स्वयं देखेंगे व तुरंत उनका निदान भी करेंगे. परंतु पेटी लगाये जाने के कुछ ही दिनों बाद से उसे खोलने का कार्य जो बंद हुआ वह आज तक यथावत ही है. शहर के विभिन्न चौक चौराहों पर ताम-झाम से लगायी गयी पेटियां आज महज शोभा की वस्तु बन गयी है. इस संबंध में पूछे जाने पर वर्तमान पुलिस अधीक्षक राजीव रंजन ने बताया कि मेरे कार्यकाल में अब इस पेटी की जरूरत जिला वासियों को नहीं है. जिले वासी अपनी समस्याओं व शिकायतों को लेकर सीधे मेरे पास आते है और मैं उनकी समस्याओं के निदान की चेष्टा करता हूं. इस मौके पर श्री रंजन ने अपने मोबाइल नंबर 9431822999 को सार्वजनिक करते हुए कहा कि जिले वासी अपनी सूचना व शिकायत के लिए सीधे मेरे मोबाइल पर कॉल कर सकते है. उनके द्वारा दी गयी सूचना पर पुलिस त्वरित कार्रवाई करेगी. इस मौके पर श्री रंजन ने सूचना देने वालों के नाम को गोपनीय रखे जाने की भी बात कही.

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