प्रधानाध्यापकों के विरुद्ध दंड की राशि नर्धिारण को लेकर शक्षिक संघ गंभीर

प्रधानाध्यापकों के विरुद्ध दंड की राशि निर्धारण को लेकर शिक्षक संघ गंभीर प्रतिनिधि, अररिया प्रखंड साधन सेवी के प्रतिदिन के आधार पर विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों के विरुद्ध दंड की राशि निर्धारित करने पर जिला प्राथमिक शिक्षक संघ ने आपत्ति दर्ज करते हुए जिला शिक्षा पदाधिकारी सह अपीलीय प्राधिकार एमडीएम को पत्र लिखा है. संघ के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 10, 2016 7:46 PM

प्रधानाध्यापकों के विरुद्ध दंड की राशि निर्धारण को लेकर शिक्षक संघ गंभीर प्रतिनिधि, अररिया प्रखंड साधन सेवी के प्रतिदिन के आधार पर विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों के विरुद्ध दंड की राशि निर्धारित करने पर जिला प्राथमिक शिक्षक संघ ने आपत्ति दर्ज करते हुए जिला शिक्षा पदाधिकारी सह अपीलीय प्राधिकार एमडीएम को पत्र लिखा है. संघ के अध्यक्ष अब्दुल कुद्दुस, सचिव राजेंद्र प्रसाद सिंह ने संयुक्त रूप से पत्र के माध्यम से कहा है कि प्रधान सचिव शिक्षा विभाग के पत्र संख्या 2558 में स्पष्ट निर्देश है कि विभागीय पदाधिकारी के सतत निरीक्षण के उपरांत सात दिनों के भौतिक उपस्थिति के आधार पर ही दंड का निर्धारित किया जाना है. प्रखंड साधन सेवी के मानदेय से मानदेय से कमजोर अनुश्रवण के कारण 10 से 20 प्रतिशत तक की राशि की भी कटौती की जानी है. नेता द्वय ने कहा कि विभागीय पत्र के प्रतिकूल डीपीओ एमडीएम द्वारा बीआरपी के मात्र एक दिन के निरीक्षण प्रतिवेदन के आधार पर ही जिले के लगभग 80 विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों के विरुद्ध दंड निर्धारण किया गया है इसका प्रक्रिया अनवरत जारी है. दंड की राशि न्यूनतम 10 हजार व अधिकतम 95 हजार तक निर्धारित किया गया है. इस प्रकार गलत दंड निर्धारित से शिक्षकों के आर्थिक व मानसिक शोषण किया जा रहा है. इस योजना का संचालन जिले में बाधित होने की प्रबल संभावना व्यक्त करते हुए डीइओ से निर्धारित दंड के विरुद्ध अपने स्तर से इसकी सत्यता की जांच कर सुनवाई करते हुए निर्णय पारित करने का आग्रह किया है. यह भी कहा गया है कि अन्यथा जिला प्राथमिक शिक्षक संघ इस बिंदु पर उग्र आंदोलन करने के लिए बाध्य होगा.

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