गैर शैक्षणिक कार्य में लगाये जाने से पठन-पाठन प्रभावित

गैर शैक्षणिक कार्य में लगाये जाने से पठन-पाठन प्रभावित प्रतिनिधि, छत्तरगाछएक तरफ जहां शिक्षा विभाग के पदाधिकारी विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दिये जाने का दावा करते हैं. वहीं विद्यालय के शिक्षकों को बराबर गैर शैक्षणिक कार्यों में लगा देने से विद्यालय में पठन-पाठन प्रभावित होता है. पहले से ही विद्यालयों में छात्र-छात्राओं की नामांकन के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 15, 2016 6:58 PM

गैर शैक्षणिक कार्य में लगाये जाने से पठन-पाठन प्रभावित प्रतिनिधि, छत्तरगाछएक तरफ जहां शिक्षा विभाग के पदाधिकारी विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दिये जाने का दावा करते हैं. वहीं विद्यालय के शिक्षकों को बराबर गैर शैक्षणिक कार्यों में लगा देने से विद्यालय में पठन-पाठन प्रभावित होता है. पहले से ही विद्यालयों में छात्र-छात्राओं की नामांकन के अनुपात में शिक्षक की कमी है. जानकारी के अनुसार प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत मध्य विद्यालय सुहागी डांगी में कुल नामांकित छात्र-छात्रा 596 है तथा विद्यालय में शिक्षक नौ हैं, जिसमें तीन शिक्षकों को पहले ही दूसरे विद्यालय में विभागीय आदेशानुसार प्रतिनियुक्त कर दिया गया है. शिक्षक मो तसस्लीमउद्दीन को जनगणना कार्य में लगा दिया गया है तथा एक महिला शिक्षिका मातृत्व अवकाश में है. 596 छात्र-छात्राओं का जिम्मा महज चार शिक्षकों के ऊपर है. ऐसे में सरकारी विद्यालयों में बच्चों को गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा मिलना कहां तक संभव है. यही हाल प्रखंड क्षेत्र के लगभग सभी विद्यालयों का है. मौके पर प्रधानाध्यापक जय प्रकाश पासवान ने बताया कि इस समय विद्यालय के सभी बच्चों का खाता खोलने का आदेश विभाग की ओर से मिला है, जिसमें दो शिक्षकों से कई दिनों तक खाता खोलने का फॉर्म भराई कार्य लिया जा रहा है, जिससे बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही है. श्री प्रकाश ने कहा कि यदि शिक्षकों से मात्र विद्यालय में शिक्षण कार्य ही लिया जाये तो किसी हद तक विद्यालय में शिक्षा की स्थिति सुधर सकती है.

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