पंचायत चुनाव की सुगबुगाहट शुरू
पंचायत चुनाव की सुगबुगाहट शुरूकईयों की सीट आरक्षित होने का अंदेशा दिघलबैंक. पंचायत चुनाव की उलटी गिनती शुरू हो चुकी है. इस बार का पंचायत चुनाव भी कम दिलचस्प नहीं होगा. कई पंचायत जनप्रतिनिधियों के लिए इस बार का चुनाव असमंजस भरा हो सकता है. सीधे तौर पर कहें तो आरक्षण का फार्मूला बदल जायेगा. […]
पंचायत चुनाव की सुगबुगाहट शुरूकईयों की सीट आरक्षित होने का अंदेशा दिघलबैंक. पंचायत चुनाव की उलटी गिनती शुरू हो चुकी है. इस बार का पंचायत चुनाव भी कम दिलचस्प नहीं होगा. कई पंचायत जनप्रतिनिधियों के लिए इस बार का चुनाव असमंजस भरा हो सकता है. सीधे तौर पर कहें तो आरक्षण का फार्मूला बदल जायेगा. ऐसे में जो आरक्षित सीट है वे अनारक्षित हो जायेंगे. जाहिर तौर पर आरक्षण फार्मूला बदलने से नये सीटों की तलाश शुरू होगी तो कई उम्मीदवारों के लिये चुनाव लड़ना ही मुश्किल होगा. ऐसे में पुरूष के बदले महिला और महिला के बदले पुरूष के अलावे इस बार के चुनाव में कुछ नये चेहरे भी सामने आ सकते है. पिछले चुनाव की तूलना में इस बार के चुनाव में काफी संख्या में नये वोटर अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. क्योंकि मतदाताओं की संख्या में वृद्धि हुई है. कुल मिला कर चुनाव लड़ने के इच्छुक उम्मीदवारों की नजर आरक्षण रोस्टर पर टिकी हुई है. जिसके प्रकाशन के उपरांत चुनावी सरगर्मी में और संभावना की वृद्धि है. गौरतलब है कि दिघलबैंक प्रखंड में कुल 16 पंचायत है. जिसमें लगभग सभी सीटों पर आरक्षण को लेकर बदलाव के कयास लगये जा रहे है. कमोवेश यही स्थिति पंचायत समिति के 23 सीटों तथा जिला परिषद के 2 सीटों को लेकर है और ऐसा हुआ तो कई जनप्रतिनिधियों की जमीन खिसक जायेगी. उन्हें जनप्रतिनिधि बने रहने के लिए अनुकूल सीट की तलाश करनी होगी.