कुल बकाया छह करोड़ से अधिक

कुल बकाया छह करोड़ से अधिकमनरेगा योजना: मानव दिवस सृजन की स्थिति ठीक ठाक, पर कम नहीं हो रहा है बकायामजदूरी मद में साढ़े चार करोड़ से अधिक की उधारीबकाया मामले में जोकीहाट, रानीगंज व पलासी सबसे आगेप्रतिनिधि, अररियाजिले में मनरेगा योजना की स्थिति इस मायने में ठीक ठाक कही जा सकती है कि मानव […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 18, 2016 7:25 PM

कुल बकाया छह करोड़ से अधिकमनरेगा योजना: मानव दिवस सृजन की स्थिति ठीक ठाक, पर कम नहीं हो रहा है बकायामजदूरी मद में साढ़े चार करोड़ से अधिक की उधारीबकाया मामले में जोकीहाट, रानीगंज व पलासी सबसे आगेप्रतिनिधि, अररियाजिले में मनरेगा योजना की स्थिति इस मायने में ठीक ठाक कही जा सकती है कि मानव दिवस सृजन में जिले की स्थिति तुलनात्मक रूप से बेहतर है. जानकार भी मान रहे हैं कि योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में काम होता दिख रहा है. हालांकि मानव दिवस सृजन का वार्षिक लक्ष्य हासिल करना तो अभी दूर है. पर अब तक लगभग 13 लाख मानव दिवस का सृजन चालू वित्तीय वर्ष में हो चुका है. पर बकाया कम नहीं हो पा रहा है. योजना में कुल बकाया छह करोड़ से अधिक है. इसमें से मजदूरी मद में ही चार करोड़ से अधिक उधारी है. स्थिति को लेकर विभागीय अधिकारी भी चिंतित हैं. जिला मनरेगा सेल से मिली जानकारी के मुताबिक मानव दिवस का वार्षिक लक्ष्य करीब 26 लाख है. जिले में जाब कार्ड धारक परिवारों की संख्या चार लाख से अधिक है. रिपोर्ट के मुताबिक 16 जनवरी तक जिले में कुल 12 लाख 85 हजार 809 मानव दिवस सृजित किया जा सका है. खास ये कि महिलाओं का मानव दिवस पांच लाख 24 हजार 393 है. मानव दिवस के मामले में जोकीहाट प्रखंड तीन लाख 65 हजार 987 मानव दिवस के साथ सबसे आगे है. इसके बाद अररिया, फिर पलासी व नरपतगंज हैं. रानीगंज में 55 हजार 558 मानव दिवस का सृजन हो सका है. पर आंकड़े का एक दिलचस्प पहलू ये है कि जहां मानव दिवस सृजन में जोकीहाट सबसे आगे है. वहीं बकाया में भी यही प्रखंड अव्वल है. जोकीहाट में कुल बकाया एक करोड़ 89 लाख से अधिक है. इसमें से मजदूरी मद में ही लगभग एक करोड़ 26 लाख का बकाया है. वहीं पलासी में मनरेगा में मजदूरी मद में लगभग 97 लाख व रानीगंज में इसी मद में 91 लाख बकाया है. सभी नौ प्रखंड मिला कर मजदूरी मद में चार करोड़ 54 लाख 27 हजार का बकाया है. जबकि मैटेरियल मद में एक करोड़ 48 लाख के करीब उधारी है. क्या कहते हैं अधिकारी- पूछे जाने पर डीडीसी अरशद अजीज ने कहा कि बकाया चिंता का विषय है. नियमों की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि एफटीओ जेनेरेट करने के बाद ही राशि खातों में पहुंचती है. एफटीओ जेनेरेट करने में कुछ प्रखंड लापरवाही बरत रहे हैं. समीक्षा कर लापरवाह कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की गयी है. मंगलवार को इसी मामले पर समीक्षा बैठक रखी गयी है. प्रखंड®®®सृजित मानव दिवस®®®मजदूरी मद में बकाया अररिया®®®191239®®®®22.95 लाखकुर्साकांटा®®®46934®®®® 10.53जोकीहाट®®®365987®®®®125.81नरपतगंज®®®139181®®®®27.32पलासी®®®182716®®®®96.72फारबिसगंज®®®91595®®®® 42.89भरगामा®®®71240®®®® 15.37रानीगंज®®®110599®®®®91.19सिकटी®®®86318®®®® 21.49®®®®

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