बाल मजदूरों का हो रहा शोषण, विभाग मौन
बाल मजदूरों का हो रहा शोषण, विभाग मौन फुलवड़िया. टेढ़ागाछ प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत बाल मजदूरी जोरों पर चल रही है. सरकार के लाख प्रयास के बावजूद बाल मजदूरी रुकने का नाम नहीं ले रहा है. बाल मजदूरी 8 से 15 वर्ष तक के बच्चे होटल, भट्ठा, सड़क, मकान का काम में सभी कम वर्ष के […]
बाल मजदूरों का हो रहा शोषण, विभाग मौन फुलवड़िया. टेढ़ागाछ प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत बाल मजदूरी जोरों पर चल रही है. सरकार के लाख प्रयास के बावजूद बाल मजदूरी रुकने का नाम नहीं ले रहा है. बाल मजदूरी 8 से 15 वर्ष तक के बच्चे होटल, भट्ठा, सड़क, मकान का काम में सभी कम वर्ष के बच्चे को देखा जा रहा है. सरकार ने सर्वशिक्षा अभियान के तहत 6 से 14 वर्ष तक के बच्चों को मुफ्त व अनिवार्य शिक्षा की व्यवस्था तो कर दी है लेकिन शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए कोई पुख्ता इंतजाम नही किया गया है. यही कारण है कि सक्षम अभिभावक अपने बच्चों को सरकारी विद्यालयों में भेजने से कतराते है. प्रखंड में बाल श्रम की समस्या रूकने का नाम नही ले रहा है. वहीं स्थानीय प्रशासन के द्वारा ठोस पहल नही हो पा रही है. फुलबडि़या, टेढ़ागाछ, मटियारी, बैगना, सुहिया आदि स्थानों में बाल मजदूर जहां उनके हाथ में किताब कल रहना चाहिए वहां होटल में ग्लास, प्लेट व जूठा उठाने में मजबूर है. पान दुकान में गुटखा, पान, सिग्रेट, खैनी आदि नशा पदार्थ बेचने को मजबूर है.