पश्चिम बंगाल के तीन मिलरों पर प्राथमिकी

अररिया : एसएफसी को चावल उपलब्ध कराने में िमलरों की मनमानी का आलम जिले में थमने का नाम नहीं ले रहा है. इसी क्रम में पश्चिम बंगाल के तीन मीलरों द्वारा चावल उपलब्ध कराने के नाम पर करीब छह करोड़ रुपये के गबन का नया मामला सामने आया है. मालूम हो कि इन मील मालिकों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 18, 2016 6:58 AM

अररिया : एसएफसी को चावल उपलब्ध कराने में िमलरों की मनमानी का आलम जिले में थमने का नाम नहीं ले रहा है. इसी क्रम में पश्चिम बंगाल के तीन मीलरों द्वारा चावल उपलब्ध कराने के नाम पर करीब छह करोड़ रुपये के गबन का नया मामला सामने आया है. मालूम हो कि इन मील मालिकों को वर्ष 2012-13 में चावल उपलब्ध कराने के लिए बड़ी मात्रा में धान उपलब्ध कराया गया था.

उपलब्ध कराये गये धान के 67 प्रतिशत चावल इन मील मालिकों को एसएफसी को उपलब्ध कराना था. इसमें अब तक एसएफसी को एक किलो चावल भी प्राप्त नहीं हो पाया है. मामले को लेकर नगर थाना में बुधवार को एसएफसी के जिला प्रबंधक चंचल कुमार वर्मा के आवेदन पर तीनों पर प्राथमिकी दर्ज की गयी है.

क्या है मामला
जानकारी मुताबिक वर्ष 2012-13 में धान से चावल बनाने की जवाबदेही इन मिलरों को दी गयी थी. इसे लेकर पैक्स द्वारा बड़ी मात्रा में धान उपलब्ध कराया गया था. उपलब्ध धान का 67 प्रतिशत चावल अनुमानित मूल्य छह करोड़ 29 लाख 12 हजार 297 रुपये एसएफसी को उपलब्ध कराया जाना था. तीन साल बाद अब तक मीलरों द्वारा एसएफसी को चावल उपलब्ध नहीं कराया गया.
किन पर हुई प्राथमिकी
1. न्यू सरकार राइस मील, टुन्निदिघी, उत्तर, दिनाजपुर, प. बंगाल के मोलिक रतन सरकार
2. बाबा विश्वकर्मा राइस मील, करण दिघी, उत्तर, दिनाजपुर, पश्चिम बंगाल के मालिक
3. प्रमादी मीलर अनिकेत मनीष राइस मील, करणदिघी, उत्तर दिनाजपुर

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