खुलासा . मोबाइल टावर में फ्यूल सप्लायर की हत्या की गुत्थी सुलझी

चालक-खलासी िगरफ्तार बीते 22 मार्च को गैयारी गांव के समीप एबीसी नहर में एक युवक की लाश िमली थी. शव की शिनाख्त युवक के भाई ने की थी. उससे िमली जानकारी के आधार पर पुलिस ने सोमवार को मोबाइल टावर में फ्यूल सप्लायर युवक की हत्या के आरोप में उसके साथी वाहन चालक व खलासी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 29, 2016 6:13 AM

चालक-खलासी िगरफ्तार

बीते 22 मार्च को गैयारी गांव के समीप एबीसी नहर में एक युवक की लाश िमली थी. शव की शिनाख्त युवक के भाई ने की थी. उससे िमली जानकारी के आधार पर पुलिस ने सोमवार को मोबाइल टावर में फ्यूल सप्लायर युवक की हत्या के आरोप में उसके साथी वाहन चालक व खलासी को गिरफ्तार कर लिया.
अररिया : मोबाइल टावर में फ्यूल सप्लायर लाला कुमार सिंह हत्या कांड मामले में नगर थाना पुलिस को सफलता हाथ लगी. हत्यारा वाहन चालक व खलासी निकला. पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया. दोनों की निशानदेही पर मृतक का मोबाइल व हत्या में प्रयोग किये गये पिस्टल को भी बरामद कर लिया गया.
बता दें कि बीते 22 मार्च को गैयारी गांव के समीप एबीसी नहर में एक लाश को लोगों ने देखा. सूचना पर नगर थाना पुलिस ने उसे कब्जे में लिया. पोस्टमार्टम कराया गया. शव की पहचान कराने के लिए शव को 72 घंटे तक सुरक्षित रखा गया. समाचार पत्रों में छपी खबर पढ़ कर मृतक के परिजन अररिया आये. शव की पहचान लाला कुमार सिंह, पिता बाबू लाल सिंह गांव महाराजपुर थाना रानीपतरा जिला पूर्णिया के तौर पर की गयी. शव की पहचान करने वाले मृतक के भाई बालकृष्ण सिंह ने पुलिस को जो बताया, उसके आधार पर तेल ढोने वाले वाहन के चालक मो नसीम व खलासी मो खलील को पूर्णिया के गुंडा चौक के समीप पोखरिया से गिरफ्तार किया गया. पूछताछ में दोनों ने हत्या की पूरी दास्तान का खुलासा किया. वाहन चालक मो नसीम की निशानदेही पर पुलिस ने एक देसी पिस्टल व कारतूस उसके घर से रविवार को बरामद किया, जबकि मृतक का मोबाइल खलासी मो खलील के घर से बरामद किया गया. इस मामले में नगर थाना क्षेत्र के बनगामा निवासी टावर संचालक चंदन भगत को पूछताछ के बाद मुक्त कर दिया गया. बहरहाल, शव बरामदगी के सातवें दिन हत्या की न सिर्फ गुत्थी सुलझ गयी. बल्कि हथियार व मृतक का मोबाइल की बरामदगी से पुलिस प्रशासन ने राहत की सांस ली है. इस मामले में अनुसंधानकर्ता पुअनि केके झा व पुअनि प्रशांत कुमार का अहम योगदान रहा. मामले की मॉनीटरिंग एसपी सुधीर कुमार पोरिका स्वयं कर रहे थे.

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