अररिया में पत्रकार को घर से उठाया, फिर की पिटाई

अररिया : मनमाफिक खबर नहीं लिखने के कारण रविवार को आजाद नगर निवासी हाजी लड्डन ने प्रभात खबर के लिए समाचार संकलन करनेवाले हेमंत कुमार ठाकुर को उनके घर से जबरन उठा लिया. इसके बाद उन्हें सदर अस्पताल लाया व उनके साथ मारपीट कर कमरे में बंधक बना लिया. इसके साथ ही कमरे में मौजूद […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 23, 2016 2:28 AM

अररिया : मनमाफिक खबर नहीं लिखने के कारण रविवार को आजाद नगर निवासी हाजी लड्डन ने प्रभात खबर के लिए समाचार संकलन करनेवाले हेमंत कुमार ठाकुर को उनके घर से जबरन उठा लिया.

इसके बाद उन्हें सदर अस्पताल लाया व उनके साथ मारपीट कर कमरे में बंधक बना लिया. इसके साथ ही कमरे में मौजूद एक मरीज के हाथ में चाकू देकर उसे उनकी पहरेदारी करने का निर्देश देते हुए कमरे में बाहर से ताला बंद कर अस्पताल से निकल गया. साथ ही अस्पताल कर्मियों को यह चेतावनी दी कि मेरे आने तक उन्हें इस कमरे से कोई नहीं निकालेगा. इस मामले को ले प्राथमिकी दर्ज करने के लिए पीड़ित हेमंत कुमार ठाकुर ने नगर थाना को आवेदन दे दिया है. हेमंत को अस्पताल के कर्मियों के द्वारा कमरे का ताला तोड़कर निकाला गया.

घटना की सूचना हेमंत पत्रकार के द्वारा नगर थाना में आवेदन देकर खुद को अपने घर से अपहृत घर से ले जाये जाने, हाथ-पांव बांध कर एक कमरे में कैद कर जान से मारने की धमकी दिये जाने की शिकायत दर्ज करायी है. दिये आवेदन में हेमंत ने कहा है कि रविवार की सुबह खुद को समाजसेवी कहने वाले आजादनगर निवासी एकबाल अहमद सबा उर्फ लड्डन हाजी मेरे घर पहुंचे. किसी खबर को कवर करने के लिए मुझे अपने साथ जाने को कहा. मना करने पर उन्होंने जबरन मुझे अपने दोपहिया वाहन पर बिठा लिया. इसके बाद वे मुझे पीछे के रास्ते सदर अस्पताल के दूसरे तल्ले पर लेता गया.

वहां मेरा हाथ पांव बांध कर अस्पताल के एक कमरे में कैद कर दिया. इसके बाद उसने उसके मुंह में नशा की दवा छिड़क कर बेहोश करने की कोशिश की. साथ ही उसे जान से मारने की धमकी दी. इसके बाद रूम में पहले से मौजूद एक मरीज को चाकू थमाते हुए कहा कि अगर यह भागने की कोशिश करे, तो जान से मार देना.

इसके बाद रूम में बाहर से ताला जड़ दिया और वहां से चलते बना. इसके बाद मैं कमरे में शोर मचाने लगा. अवाज सुनकर अस्पताल प्रबंधन व कर्मी सहित अन्य लोग वहां पहुंचे. लोगों की मदद से कमरे का ताला तोड़ कर मुझे बाहर निकाला गया. इसके बाद मैंने घटना की जानकारी नगर थाना व अपने अन्य परिचितों को दी.

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