अनुभव प्रमाण पत्र के नाम पर वसूली
अनौपचारिक शिक्षा अनुदोशकों को आवेदन के साथ तीन वर्ष का अनुभव प्रमाण पत्र देना है अनिवार्य अररिया : अनौपचारिक शिक्षा अनुदेशकों को अनुभव प्रमाण पत्र निर्गत करने के नाम पर जिला शिक्षा कार्यालय के बाबुओं की लॉटरी लग गयी है. अनुभव प्रमाण पत्र निर्गत करने के नाम पर दो से पांच हजार की राशि वसूली […]
अनौपचारिक शिक्षा अनुदोशकों को आवेदन के साथ तीन वर्ष का अनुभव प्रमाण पत्र देना है अनिवार्य
अररिया : अनौपचारिक शिक्षा अनुदेशकों को अनुभव प्रमाण पत्र निर्गत करने के नाम पर जिला शिक्षा कार्यालय के बाबुओं की लॉटरी लग गयी है. अनुभव प्रमाण पत्र निर्गत करने के नाम पर दो से पांच हजार की राशि वसूली जा रही है. यहां तक की एक सेवानिवृत सहायक एक पखवाड़े से अररिया में रह कर धड़ल्ले से अनुदेशकों को अनुभव प्रमाण पत्र निर्गत कर रहे हैं.
क्या है मामला
अनौपचारिक शिक्षा अनुदेशकों को हाइकोर्ट ने सरकार को चतुर्थ वर्गीय सरकारी सेवा में समायोजित करने का आदेश दिया है. हाइकोर्ट के इस आदेश के बाद सरकार द्वारा अनुदेशकों से आवेदन मांगा गया है. इस आवेदन के साथ तीन वर्ष तक लगातार काम करने का अनुभव प्रमाण पत्र भी संलग्न करना अनिवार्य किया गया है. इसके कारण अनुदेशकों में अनुभव प्रमाण पत्र पाने की छोड़ लग गयी. बगैर अनुभव प्रमाण पत्र के आवेदन को स्क्रुटनी के दौरान छंटनी कर दिये जाने की बात कही गयी है. इसी का फायदा अनौपचारिक शिक्षा परियोजना के कर्मी उठा रहे हैं. अनौपचारिक शिक्षा परियोजना बंद होने के बाद सारक्षता कार्यक्रम लागू किया गया.
कहते हैं अधिकारी
डीपीओ माध्यमिक सह साक्षरता गोपी कांत मिश्र ने बताया कि अनौपचारिक अनुदेशकों को अनुभव प्रमाण पत्र निर्गत करने के नाम पर राशि वसूले जाने की जानकारी नहीं है. किसी ने अब तक कोई शिकायत भी नहीं की है.