शहर में फैल रही है गंदगी

नप कर्मियों की हड़ताल का मामला गहराता जा रहा है. संवेदक व मजदूर अपनी-अपनी बातों पर अड़े हैं. एक तरफ मजदूर बकाया राशि के भुगतान की मांग कर रहे हैं, तो दूसरी तरफ संवेदक कह रहे हैं कि हो रहा है दैनिक मजदूरी का भुगतान. अरिरया : नगर परिषद के सफाई कर्मियों की हड़ताल नौंवें […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 25, 2016 7:35 AM
नप कर्मियों की हड़ताल का मामला गहराता जा रहा है. संवेदक व मजदूर अपनी-अपनी बातों पर अड़े हैं. एक तरफ मजदूर बकाया राशि के भुगतान की मांग कर रहे हैं, तो दूसरी तरफ संवेदक कह रहे हैं कि हो रहा है दैनिक मजदूरी का भुगतान.
अरिरया : नगर परिषद के सफाई कर्मियों की हड़ताल नौंवें िदन भी जारी रही. कार्यपालक पदाधिकारी के स्तर से वार्ता के लिए किये गये तमाम प्रयास अब तक विफल रहे. सफाई कर्मियों की एक मात्र मांग है कि एनजीओ द्वारा काटी गयी राशि का उन्हें भुगतान किया जाये. जहां एक ओर सफाई मजदूर निविदा में तय राशि से कम देने का आरोप लगा रहे हैं. वहीं एनजीओ का कहना है कि मजदूरों को सरकार द्वारा निर्धारित मजदूरी भुगतान किया जा रहा है. इस समय मजदूरों को 189 रुपये प्रतिदिन दिया जा रहा है. लेकिन एनजीओ को 225 व 301 रुपये की दर से 40-40 मजदूरों का भुगतान मिल रहा है.
कहां है पेच
आउट सोर्सिंग से शहर की सफाई के लिए नगर परिषद ने वर्ष 2015 में निविदा निकाला. इसमें तीन संस्थाओं ने निविदा डाला सबसे कम बोली लगाने वाली संस्था मनोकामना को नगर परिषद ने शहर की सफाई का काम आवंटित कर दिया. इसके लिए संस्था ने नगर परिषद के साथ जो एकरारनामा किया उसके अनुसार सफाई कर्मियों का दो तरह की पारिश्रमिक तय की गयी. 40 मजदूरों को 225 रुपये व 40 मजदूरों को 301 रुपये की दर से पारिश्रमिक दिये जाने का करार किया गया. इसके साथ ही कुल 80 मजदूरों से शहर की सफाई किये जाने का एकरारनामा किया गया.
मांगी प्रशासनिक मदद
सफाई कर्मी व मनोकामना एनजीओ के बीच की तकरार के बीच मनोकामना एनजीओ के सचिव राजू जैन के द्वारा शहर में सफाई व्यवस्था को बहाल करने के लिए प्रशासनिक मदद की गुहार लगायी है. इस आशय को लेकर एनजीओ के सचिव के द्वारा कार्यपालक पदाधिकारी को एक पत्र लिख कर पत्र की प्रतिलिपि डीएम, एसपी, एसडीओ, नप के मुख्य पार्षद व उप मुख्य पार्षद को भी उपलब्ध कराया गया है.
विधायक ने कहा
इधर इस मामले में स्थानीय विधायक आबिदुर्रहमान ने भी कार्यपालक पदाधिकारी को कहा है कि इस मामले को गंभीरता से लें. क्योंकि रमजान का पवित्र महीना चल रहा है. ऐसे में जगह जगह पर गंदगी फैली हुई है.

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