जल जमाव : नहीं है ड्रेनेज की माकूल व्यवस्था
हल्की बारिश होते ही मुहल्लों की सड़कों पर भर जाता है पानी अररिया : मॉनसून की हर एक बारिश के बाद शहर में जल जमाव की समस्या गहराती जा रही है. मौसम की पहली बारिश के बाद से ही नप के विभिन्न वार्डों में जल जमाव की समस्या गंभीर रूप लेने लगा है. कई वार्डों […]
हल्की बारिश होते ही मुहल्लों की सड़कों पर भर जाता है पानी
अररिया : मॉनसून की हर एक बारिश के बाद शहर में जल जमाव की समस्या गहराती जा रही है. मौसम की पहली बारिश के बाद से ही नप के विभिन्न वार्डों में जल जमाव की समस्या गंभीर रूप लेने लगा है. कई वार्डों में तो जल जमाव की वजह से सड़क और गड्ढे में फर्क करना मुश्किल हो गया है,
तो कुछ एक जगहों पर सड़क पर जमा पानी का घरों में घुस जाने का खतरा भी मंडराने लगा है. दरअसल, नप क्षेत्र में जल निकासी के किसी ठोस इंतजाम के बगैर ही सड़कों का पक्कीकरण धीरे-धीरे गंभीर समस्या का रूप लेने लगा है. क्षेत्र में जल निकासी के लिए नालों का अभाव तो पहले से हैं. जहां कहीं नाले बने भी हैं तो नियमित साफ- सफाई के अभाव में उनका अस्तित्व भी खतरे में पड़ चुका है.
इन वार्डों में गंभीर स्थिति
यूं तो जल जमाव की समस्या से नप का कोई भी वार्ड अछूता नहीं है. लेकिन कुछ एक वार्ड ऐसे हैं जहां समस्या ने विकराल रूप ले रखा है, जहां बारिश के कई दिनों के बाद तक जल जमाव की गंभीर स्थिति बनी रहती है. वार्ड संख्या 16 के कोसी कॉलोनी को आश्रम रोड से जोड़ने वाली सड़क की स्थिति तो अमूमन साल भर एक सी बनी रहती है. हल्की बारिश के बाद ही सड़क पर घुटने तक पानी का जमना आम बात हो चुका है.
ऐसे ही दुर्दशा नवरत्न चौक से चित्रगुप्त नगर जाने वाली सड़क व चित्रगुप्त नगर से हॉस्पीटल जाने वाली सड़क का भी है.
बेकार हो चुके हैं कई नाले
नगर विकास योजनाओं के तहत पूर्व में शहर के कई महत्वपूर्ण सड़कों के किनारे नाला निर्माण के लिए बड़ी रकम खर्च किये गये. महादेव चौक से काली मंदिर जाने वाली मुख्य सड़क पर वर्ष 2007 में बन कर तैयार हुआ नाला इसकी एक मिशाल है. इसके अलावा महिला कॉलेज से नवरत्न चौक जाने वाले मुख्य मार्ग पर बने नाले का भी यही हस्र हुआ.
क्या कहते हैं नप के अधिकारी
बीते कुछ दिनों शहर में हो रही मूसलाधार बारिश के कारण जल जमाव की समस्या बनी है. पिछले दिनों नप सफाई कर्मी की हड़ताल के वजह से भी नालों के सफाई का कार्य प्रभावित रहा. सफाई कर्मी की हड़ताल खत्म होने के बाद नालों की सफाई व जल जमाव वाली जगहों पर जल निकासी के वैकल्पिक इंतजाम तेजी से किये जा रहे हैं.
भवेश कुमार, कार्यपालक पदाधिकारी