सीएस के नेतृत्व में किया जाम
सदर अस्पताल परिसर को अतिक्रमण मुक्त कराने आगे आये स्वास्थ्य कर्मी अतिक्रमण हटाने को लेकर पूर्व में किया गया है पत्राचार : सीएस थाना को पहले ही दिया जा चुका है आदेश : एसडीओ दंडाधिकारी दें, पुलिस अतिक्रमण हटाने के लिए तैयार : एसएचओ अररिया : सिविल सर्जन के नेतृत्व में स्वास्थ्य कर्मियों ने गुरुवार […]
सदर अस्पताल परिसर को अतिक्रमण मुक्त कराने आगे आये स्वास्थ्य कर्मी
अतिक्रमण हटाने को लेकर पूर्व में किया गया है पत्राचार : सीएस
थाना को पहले ही दिया जा चुका है आदेश : एसडीओ
दंडाधिकारी दें, पुलिस अतिक्रमण हटाने के लिए तैयार : एसएचओ
अररिया : सिविल सर्जन के नेतृत्व में स्वास्थ्य कर्मियों ने गुरुवार को सदर अस्पताल परिसर व आसपास से अतिक्रमण हटाने की मांग को लेकर सड़क जाम कर यातायात बाधित कर दिया. मौके पर एसडीओ संजय कुमार, एएसपी मो कासिम सदल बल पहुंचे. सदर अस्पताल के मुख्य द्वार पर अवैध तौर पर लगी दुकानों को हटाने की कार्रवाई शुरू की गयी. दोनों पदाधिकारियों के आश्वासन के बाद तमाम स्वास्थ्य कर्मी सड़क जाम हटा कर ड्यूटी पर गये.
दबंगों के संरक्षण में लगा रखी है दुकान : जाम के दौरान सिविल सर्जन डॉ एनके ओझा अपने वाहन पर बैठे रहे. वाहन को सदर अस्पताल के मुख्य द्वार पर लगा दिया गया था. तमाम चिकित्सक, टेक्नीशियन, स्वास्थ्य प्रबंधक, डीपीएम सिविल सर्जन के वाहन के आगे खड़े थे. सभी के चेहरे पर आक्रोश था. आक्रोश की वजह यह थी कि
सीएस के नेतृत्व में…
अस्पताल के मुख्य गेट व उसके आसपास कथित तौर पर दबंगों के संरक्षण में कुछ लोगों ने दुकान लगा रखी है, जिसके चलते न सिर्फ अस्पताल आने-जाने वाले मरीजों बल्कि कर्मियों को भी परेशानी होती है. दिन भर इन दुकानों के आसपास अवांछित तत्वों का जमावड़ा लगा रहता है. दुकान के आगे बाइक, साइकिल इस तरह लगा दिया जाता है कि आने-जाने में परेशानी होती है. कुछ कहने पर उनकी आंखें लाल-पीली हो जाती हैं. इस हालात से परेशान होकर ही सांकेतिक तौर पर सड़क जाम करने का निर्णय लिया.
कहते हैं सिविल सर्जन
अतिक्रमणकारियों को कई बार मौखिक तौर पर दुकान हटाने को कहा गया. ये लोग किसी जिला पार्षद तो किसी और का नाम बता कर दुकान हटाने से मना कर देते हैं. मेरे निर्देश पर सदर अस्पताल के उपाधीक्षक द्वारा कई बार एसडीओ अररिया, नगर थाना को अतिक्रमण हटाने को ले पत्राचार किया गया है. लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो पायी. आजिज होकर सांकेतिक तौर पर सदर अस्पताल के मुख्य गेट को जाम करने का निर्णय लिया गया. इन दुकानों पर शाम ढलते ही अवांछित तत्वों का जमावड़ा लगने लगता है. बाइक व साइिकल चोरी की घटना को ले सदर अस्पताल परिसर बदनाम हो गया है.
डॉ एनके ओझा, सिविल सर्जन
कहते हैं एसडीओ
अतिक्रमण हटाने को लेकर सदर अस्पताल से कई बार पत्राचार किया गया है. उसके आलोक में थाना को आदेश भी निर्गत किया जा चुका है. अब पुलिस वाले अतिक्रमण नहीं हटाते हैं तो इसमें वे क्या करें. इस तरह का आदेश आज भी मेरे द्वारा दिया गया है.
संजय कुमार, एसडीओ, अररिया
कहते हैं थानाध्यक्ष
अतिक्रमण हटाने के लिए एसडीओ से पत्राचार किया गया था कि कोई दंडाधिकारी प्रतिनियुक्त करें. एक बार एक दंडाधिकारी को प्रतिनियुक्त किया गया था. बाजार से अतिक्रमित जगह को खाली भी कराया गया था. लेकिन उसके बाद यह कार्रवाई शिथिल पड़ गयी. एसडीओ के नेतृत्व में अतिक्रमण हटाने को ले पुलिस 24 घंटे तैयार है.
रमेश कांत चौधरी, नगर थानाध्यक्ष