कोई नींद से जगा दे मेरे प्रिंस को

दुखद . एकलौते पुत्र की नदी में डूबने से हुई मौत, विलाप कर रहे थे पिता फारबिसगंज थाना क्षेत्र के सैफगंज पंचायत के शंकरपुर गांव में गुरुवार को कमला नदी में डूबने से एक साथ तीन बच्चों की मौत होने के बाद परिजनों की चीत्कार से शंकरपुर गांव में मातम पसरा हुआ था. मृतक बच्चे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 23, 2016 5:53 AM

दुखद . एकलौते पुत्र की नदी में डूबने से हुई मौत, विलाप कर रहे थे पिता

फारबिसगंज थाना क्षेत्र के सैफगंज पंचायत के शंकरपुर गांव में गुरुवार को कमला नदी में डूबने से एक साथ तीन बच्चों की मौत होने के बाद परिजनों की चीत्कार से शंकरपुर गांव में मातम पसरा हुआ था. मृतक बच्चे के शव को देखने के लिए आने वाले ग्रामीणों की आंखें नम थीं.
फारबिसगंज : फारबिसगंज थाना क्षेत्र के सैफगंज शंकरपुर गांव में कमला नदी में डूबने से तीनों बालकों की हुई मौत के बाद उनके परिजनों को संभाल पाना मुश्किल हो रहा था. परिजनों को इस बात का यकीन ही नही हो पा रहा था कुछ घंटा पहले ही उनके बीच मौजूद उसके जिगर का टुकड़ा कमला नदी के कोख में समा गया है.
मृतक बालक प्रिंस के शव के समीप लिपट कर दहाड़ मार कर रो रही उनकी मां रंजू देवी, दादा पुण्यानंद मंडल, दादी उर्मिला देवी, पिता अरविंद कुमार मंडल जहां अपने कलेजे के टुकड़े प्रिंस को गोद में उठा लेते और ईश्वर से गुहार लगा रहा थे. उन्हें विश्वास नहीं हो पा रहा था कि उनका इकलौता पुत्र अब इस दुनिया में नहीं है़ वहीं मृतक बालक शिवम के पिता अजीत कुमार मंडल अपने मृत बालक के शव को कंधें पर लेकर चीत्कार कर रहे थे. एसडीओ के आश्वसान पर वह बोल रहा था
कि अब रुपये लेकर कि करबे हो, हमरा बेटा के ई की भे गैले. वहीं उसकी मां परनीता देवी दादी आशा देवी का भी रो-रो कर बुरा हाल था. मृतक बालक छोटू कुमार के पिता कमल किशोर मंडल, मां अनिता देवी, दादी इंदू देवी की चीत्कार से ग्रामीणों के दिल दहल गये़ सैफगंज पंचायत के शंकरपुर में घटित घटना के बाद आसपास के गांव के लोग भी शंकरपुर गांव पहुंच कर मृतक के परिजनों को सांत्वना देने में लगे दिखे.

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