नोटबंदी ने छीन लिये जोहतिया पैसे भी

गृहणियों को मलाल, नोटबंदी के कारण राज करना पड़ा जगजाहिर परवेज आलम अररिया : केंद्र सरकार द्वारा 500 व एक हजार के पुराने नोटों को बंद कर दिये जाने की नीति से देश में कालाधन व भ्रष्टाचार पर किस हद तक लगाम लग पायेगा, ये तो आने वाला समय बतायेगा. फिलहाल इतना असर तो दिख […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 12, 2016 7:50 AM
गृहणियों को मलाल, नोटबंदी के कारण राज करना पड़ा जगजाहिर
परवेज आलम
अररिया : केंद्र सरकार द्वारा 500 व एक हजार के पुराने नोटों को बंद कर दिये जाने की नीति से देश में कालाधन व भ्रष्टाचार पर किस हद तक लगाम लग पायेगा, ये तो आने वाला समय बतायेगा.
फिलहाल इतना असर तो दिख ही रहा है कि लोग बड़ी संख्या में ऐसे नोट बैंकों में जमा करवा रहे हैं. माना जा रहा है कि बैंकों में जमा की जाने वाली राशि में वो रकम भी शामिल है जो लोग आम तौर पर छोटे-मोटे दैनिक खर्चों के लिए घरों में रखते हैं. पर सरकार की इस योजना ने साधारण घरों में अपनायी जाने वाली जोहतिया परंपरा को भी अचानक से समाप्त कर दिया है. बताया जाता है कि गृहीणियों को इसी का सबसे अधिक मलाल है.
गौरतलब है कि साधारण परिवारों में महिलाओं द्वारा रोजमर्रा के खर्च से कुछ राशि बचा कर रखने का रिवाज बहुत पुराने से चला आ रहा है. इस तरह से बचायी गयी राशि की जानकारी आम तौरन पर घर के मुखिया को नहीं रहती है. इसी तरह से बचायी गयी राशि को जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में जोहतिया के नाम से जाना जाता है. बताया जाता है कि साधारण परिवारों में जोहतिया पैसे की बहुत महत्वपूर्ण भूमिका हमेशा से रही है.
शादी विवाह या अन्य ऐसे ही अवसरों पर महिलाओं इस राशि को अपनी मन मर्जी के मुताबिक खर्च करती रही हैं. पर सरकार की इस नयी योजना ने गृहणियों को खासा गमजदा कर दिया है. स्थिति से मजबूर होकर अब उन्हें जोहतिया पैसे की राज जाहिर करना पड़ रहा है, ताकि उन्हें बैंकों में जमा करवाया जा सके.
दिलचस्प ये है कि जोहतिया की परंपरा केवल निम्न आय वर्ग के परिवारों में ही नहीं बल्कि मध्य व उच्च मध्य वर्ग के परिवारों में भी चला आता रहा है. ऐसे ही एक मामले का जिक्र करते हुए अच्छी तनखाह पाने वाले एक सरकारी कर्मी ने बताया कि उसे पता ही नहीं था कि पत्नी घर के खर्च से कुछ पैसे बचा कर रख रही है.
इसका पता नोट बंदी योजना की घोषणा के बाद चला. उन्होंने बताया कि घोषणा होने के बाद दूसरे ही दिन पत्नी ने उन्हें 15 हजार रुपये पकड़ा दिये. पत्नी का कहना था कि काफी दिनों से ये राशि थोड़ा थोड़ा कर बचा रही थी. अब घर में रखने का कोई फायदा नहीं. बैंक में जमा करवा दें.

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