एक की मौत, दर्जनों लोग पीड़ित
डायरिया . स्वास्थ्य विभाग की टीम के दावे हो रहे हैं खोखले साबित बौंसी बसैटी थाना क्षेत्र के मोहनी गांव में डायरिया के प्रकोप से लोग भयभीत हैं. शुक्रवार को सदर अस्पताल में इसी गांव के एक डायरिया पीड़ित की मौत हो गयी, जबकि दर्जनों लोग पीड़ित हैं. अरिया आरएस : बौसी बसैटी थाना क्षेत्र […]
डायरिया . स्वास्थ्य विभाग की टीम के दावे हो रहे हैं खोखले साबित
बौंसी बसैटी थाना क्षेत्र के मोहनी गांव में डायरिया के प्रकोप से लोग भयभीत हैं. शुक्रवार को सदर अस्पताल में इसी गांव के एक डायरिया पीड़ित की मौत हो गयी, जबकि दर्जनों लोग पीड़ित हैं.
अरिया आरएस : बौसी बसैटी थाना क्षेत्र अंतर्गत मोहनी गांव वार्ड नंबर 12 व 13 में डायरिया के प्रकोप से लोग भयभीत हैं. इस गांव के दर्जनों डायरिया पीड़ित इलाज के लिए शुक्रवार को सदर अस्पताल पहुंचे हैं, जबकि डायरिया से एक की मौत की सूचना भी पीड़ित के परिजनों ने दी. ऐसे में जिले में काम कर रही स्वास्थ्य विभाग के मेडिकल टीम के दावे खोखले साबित हो रहे हैं.
मिली जानकारी के अनुसार कुछ दिनों से मोहनी गांव में डायरिया के प्रकोप से लोग परेशान थे. हालांकि लोगों के द्वारा रानीगंज के स्वास्थ्य विभाग को इसकी सूचना देने की बात भी लोगों ने कही है. वहीं गुरुवार की रात गांव में अचानक एक ही परिवार के दर्जनों लोगों को उलटी दस्त होने लगा. इसकी सूचना भी गांव के लोगों ने स्वास्थ्य विभाग को दिया. लेकिन स्वास्थ्य विभाग की टीम नहीं पहुचने पर शुक्रवार की सुबह सभी डायरिया पीड़ित को इलाज के लिए सदर अस्पताल में लाया गया है. जहां सभी का इलाज जारी है. डायरिया पीड़ितों में मो इसराइल के पुत्र मो अरशद, बीवी फरजीना, बीवी फरजो, बीवी जुमनी, बीवी फरदा, मो खलील के पुत्री रोहिदा, मो मुर्शिद के पुत्री बीवी अंजरी, मो खलील के पुत्री नाजीया खातून, मो बुधन की पत्नी बीवी शहनाज शामिल हैं.
डायरिया पीड़ित के परिजन मो उसमान, मो रज्जाक, सरपंच मो रूस्तम, रूबीया खातून, बीवी रूकशाना ने बताया कि गांव में कुछ दिनों से डायरिया के प्रकोप काफी बढ़ता जा रहा है. ऐसे में इसकी सूचना स्वास्थ्य विभाग को दिये है. लेकिन स्वास्थ्य विभाग नहीं पहुंचा है.
वही उन्होंने यह भी बताया के तीन दिन पूर्व मो खालिद के आठ वर्षीय पुत्र मो खलील की मौत डायरिया से हुई है. इधर सदर अस्पताल के डीएस डॉ जयनारायण प्रसाद ने बताया की गांव के कुछ लोग डायरिया के इलाज के लिए आये हैं. सभी का इलाज सदर अस्पताल में किया जा रहा है. सदर अस्पताल में डायरिया के इलाज के लिए कोई दवा की कमी नहीं है. सभी दवा डायरिया पीड़ित को सदर अस्पताल की तरफ से दिया जा रहा है.