मार्केटिंग शेड के नाम पर राशि का गबन

दिघलबैंक : प्रखंड अंतर्गत विभिन्न स्थलों पर वर्ष 2011-12 में स्वर्ण जयंती ग्राम स्वरोजगार योजना के तहत बननेवाले मार्केटिंग शेड में सरकारी राशि गबन मामला प्रकाश में आया है. बीडीओ नर्मदेश्वर झा ने कार्य के अभिकर्ता तत्कालीन प्रखंड प्रासाद पदाधिकारी नवीन कुमार सिन्हा पर सरकारी राशि गबन करने के आरोप में दिघलबैंक थाने में एक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 8, 2017 9:58 AM
दिघलबैंक : प्रखंड अंतर्गत विभिन्न स्थलों पर वर्ष 2011-12 में स्वर्ण जयंती ग्राम स्वरोजगार योजना के तहत बननेवाले मार्केटिंग शेड में सरकारी राशि गबन मामला प्रकाश में आया है. बीडीओ नर्मदेश्वर झा ने कार्य के अभिकर्ता तत्कालीन प्रखंड प्रासाद पदाधिकारी नवीन कुमार सिन्हा पर सरकारी राशि गबन करने के आरोप में दिघलबैंक थाने में एक प्राथमिकी दर्ज करायी है. बीडीओ श्री झा ने बताया कि इन योजनाओं का पूर्व में स्थानीय जांच की गयी थी. जांचोपरांत पता चला कि वर्ष 2011-12 की योजना आज भी अर्द्धनिर्मित है. जहां भी मार्केटिंग शेड का कुछ भी काम हुआ है वहां बहुत निम्न स्तर की सामग्री का प्रयोग किया गया है. तत्कालीन प्रखंड प्रासाद पदाधिकारी नवीन कुमार सिन्हा वर्तमान में कार्यपालक दंडाधिकारी अनुमंडल कार्यालय, किशनगंज में कार्यरत है.
बीडीओ श्री झा ने बताया कि प्रखंड के कुल पांच जगहों पर मार्केटिंग शेड का निर्माण होना था. इसमें हरूवाडांगा व टप्पू बाजार में दो-दो जगहों पर और मूलाबाड़ी हाट में एक जगह पर मार्केटिंग शेड के निर्माण के लिए अग्रिम राशि के तौर पर 25,07,500 रुपये दिया गया था. लेकिन काम में मात्र 17,49,771 रुपये का एमबी बुक किया गया है. शेष बचे राशि 7,57,729 रुपये का गबन किया गया है
प्राथमिकी दर्ज होने से पूर्व तत्कालीन प्रखंड प्रसार पदाधिकारी नवीन कुमार सिन्हा को नोटिस भी दिया गया था कि बचे हुए राशि को मोहलत के भीतर नजारत में जमा करवाया जाय. लेकिन मोहलत के कुछ दिन बाद भी उनके द्वारा राशि जमा नहीं करावायी गयी. इस कारण उनके खिलाफ सरकारी राशि गबन का मामला दर्ज करवाया गया. उधर थानाध्यक्ष इस्पेक्टर प्रशांत कुमार ने बताया कि कांड संख्या 43/17 भादिव की धारा 409, 420 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है, जांच की जा रही है.

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