जेल में बंद किशोरों के उम्र का होगा सत्यापन: प्रीति राय
ऑब्जर्वेशन होम में विधि विवादित बच्चों से हुईं रूबरू
18 वर्ष से अधिक उम्र के किशोरों को सरकारी खर्चे पर उपलब्ध कराएं वकील
जेल का दौरा कर महिला बंदियों व साथ रह रहे अबोध बच्चों की ली सुधि-5- प्रतिनिधि, अररिया
रविवार को मासिक विजिट के क्रम में जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड (जेजेबी) की प्रिंसिपल मजिस्ट्रेट सह एसीजेएम प्रीति राय जेल सहित ऑब्जर्वेशन होम का औचक किया. निरीक्षण के दौरान कई मामलों में जेल सुपरिटेंडेंट सुजीत कुमार झा को कई दिशा निर्देश दिये. जेल में रह रहे वैसे किशोर जो 18 वर्ष से कम दिखते हैं, उन सबों के उम्र सत्यापन कर जेजेबी में स्थानांतरण करने की बात कही. वहीं जेल निरीक्षण के क्रम में तरुण खंड में रह रहे 47 किशोरों से पूछताछ कर उनमें से 18 वर्ष से अधिक उम्र के किशोरों के मामलों में वकील हैं कि नहीं, इसकी सुधि ली गयी. अगर इन्हें निजी वकील नहीं हैं तो लीगल एड डिफेंस काउंसिल के जरिये सरकारी खर्चे पर वकील उपलब्ध करायें, ताकि ससमय उनके केस में बैल पिटीशन फाइल इत्यादि की समुचित कार्रवाई त्वरित गति से प्रारंभ हो सके. इसके अलावा प्रिंसिपल मजिस्ट्रेट प्रीति राय के द्वारा बढ़ते जाड़े को लेकर सजावार व विचाराधीन बंदियों के सोने का बिछावन, गर्म कपड़े व कंबलों की उपलब्धता की भी गहन रूप से जांच पड़ताल की गयी. इस दौरान औचक निरीक्षण के क्रम में गोदावरी खण्ड में रह रही 49 महिला बंदियों से मिलकर उनसबों का हाल समाचार पूछा गया. वहीं महिलाओं के साथ रह रहे अबोध 07 बच्चे में 04 लड़का व 03 लड़कियों के खाने पीने दूध वगैरह की उपलब्धता के बारे में पूछताछ की गई. बंदियों के द्वारा जेल प्रशासन की प्रशंसा की गई. बताया गया कि जेल प्रशासन के अधिकारियों के द्वारा समय समय पर आकर पूछताछ व समुचित देखभाल किया जाता है. मौके पर जेजेबी की प्रिंसिपल मजिस्ट्रेट सह एसीजेएम प्रीति राय , जेजेबी सदस्या प्रीति कुमारी, जेल सुपरिटेंडेंट सुजीत कुमार झा, जेलर मृत्युंजय कुमार, सहायक जेलर प्रेरणा पटेल, डीएलएसए पैनल अधिवक्ता विनीत प्रकाश, जेजेबी बेंच क्लर्क भरत कुमार, जेजेबी कर्मी अजीत कुमार सहित अन्य कर्मी मौजूद थे.विधि विवादित किशोरों से हुईं रूबरू
अररिया. जेजेबी प्रिंसिपल मजिस्ट्रेट प्रीति राय ने ऑब्जर्वेशन होम के प्रभारी अधीक्षक को निर्देशित किया कि प्रतिदिन सुबह नियमित रूप से बच्चों को योग करवाया जाये. साथ ही बढ़ते जाड़े को देखते हुए यह भी निर्देशित किया गया कि सभी बच्चों को नियमित रूप से गर्म दूध अवश्य उपलब्ध करायें. साथ ही, गर्म कपड़ों की जांच पड़ताल की. बच्चों के खेलकूद, पढ़ाई लिखाई की भी पड़ताल की गयी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है