फोटो-9-कार्यक्रम में मौजूद प्राचार्य व अन्य. प्रतिनिधि, सिमराहा सिमराहा थाना क्षेत्र के रेणु अभियंत्रण महाविद्यालय अररिया में 12 अगस्त से 18 अगस्त तक एंटी रैगिंग जागरूकता सप्ताह का आयोजन किया गया. पूरे सप्ताह भर चले कार्यक्रमों में छात्रों व शिक्षकों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया. वहीं रैगिंग के खिलाफ मजबूत संदेश दिया. सप्ताह भर चले इस कार्यक्रम के दौरान विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया गया. जिसमें सेमिनार, वर्कशॉप, निबंध लेखन प्रतियोगिता, पोस्टर व लॉगो डिजाइनिंग शामिल थे. सेमिनार में विभिन्न वक्ताओं ने रैगिंग के कानूनी परिणामों व इससे होने वाले मानसिक प्रभावों पर प्रकाश डाला. वर्कशॉप के माध्यम से छात्रों को रैगिंग की पहचान करने व इससे निपटने के तरीके सिखाए गए. संस्थान के प्राचार्य डॉ आत्मा राम गुप्ता ने एंटी रैगिंग जागरूकता सप्ताह का संबोधन करते हुए कहा कि रैगिंग एक गंभीर अपराध है. जो छात्रों के मानसिक व शारीरिक स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव डालता है. ऐसे कार्यक्रमों के माध्यम से हम एक सुरक्षित व शैक्षणिक वातावरण का निर्माण कर सकते हैं. जनों को जागरूक करने के लिए अर्जुन कुमार, डॉ गौतम प्रकाश, धर्मेंद्र कुमार, शंभूनाथ शर्मा, गौरव आनंद, अमित रंजन, शौर्य रंजन, सुश्री रजनी कुमारी सहित अन्य मौजूद थे. ——————————————- महिला डाॅक्टर की हत्या के विरोध में अभाविप ने निकाला कैंडल मार्च फोटो-10- कैंडल मार्च में शामिल अभाविप सदस्य. प्रतिनिधि, जोगबनी पश्चिम बंगाल में महिला चिकित्सक के साथ बीते दिनों घटित जघन्य घटना को लेकर जोगबनी अभाविप सदस्यों ने शनिवार की संध्या कैंडल मार्च निकाल कर विरोध जताया. यह मार्च जोगबनी नगर इकाई ने नगर उपाध्यक्ष अभिषेक घोष व नगर मंत्री मानव शर्मा के नेतृत्व में निकाला. वहीं परिषद के नगर अध्यक्ष गणेश साहा ने कहा की आरजी कर मेडिकल कॉलेज में हुई घटना अत्यंत हृदय विदारक है. वहां के सरकार को महिलाएं सुरक्षित के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए जाने चाहिए. पश्चिम बंगाल में महिलाओं के साथ अत्याचार की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं व आपराधिक तत्वों पर लगाम लगाने में प्रदेश सरकार विफल है. विफल सरकार को तुरंत अपने पद से त्यागपत्र दे देना चाहिए. वहीं जिला सह संयोजक गोपाल साह ने कहा कि पश्चिम बंगाल की कानून व्यवस्था बदतर हो चुकी है. वहा की सरकार पश्चिम बंगाल की स्थिति बांग्लादेश जैसी बना देना चाहती हैं. पश्चिम बंगाल में मेडिकल कॉलेज से जिस प्रकार साक्ष्य मिटाने के प्रयास हुए व पुलिस मूकदर्शक बनी रही. वह सरकार की कानून व्यवस्था के प्रति उदासीनता को दर्शाती है. मौके पर नगर सह मंत्री तुषार सिंह, सह मंत्री राहुल साह, जिला एसएफडी प्रमुख अभिनव प्रकाश राय, नगर कोषाध्यक्ष रोहन श्रीवास्तव, संतोष यादव, आरएसएस के प्रदीप साह, भाजपा के रंजीत झा,भाजयुमो के हेमंत राय,रंजन पासवान,मयंक शर्मा,सह मंत्री रोशन कुमार, राज सोनी, आशीष साह, सुमित कुमार,प्रणब दुबे सहित अन्य सदस्य मौजूद थे. फोटो-10- कैंडल मार्च में शामिल अभाविप सदस्य. प्रतिनिधि, जोगबनी पश्चिम बंगाल में महिला चिकित्सक के साथ बीते दिनों घटित जघन्य घटना को लेकर जोगबनी अभाविप सदस्यों ने शनिवार की संध्या कैंडल मार्च निकाल कर विरोध जताया. यह मार्च जोगबनी नगर इकाई ने नगर उपाध्यक्ष अभिषेक घोष व नगर मंत्री मानव शर्मा के नेतृत्व में निकाला. वहीं परिषद के नगर अध्यक्ष गणेश साहा ने कहा की आरजी कर मेडिकल कॉलेज में हुई घटना अत्यंत हृदय विदारक है. वहां के सरकार को महिलाएं सुरक्षित के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए जाने चाहिए. पश्चिम बंगाल में महिलाओं के साथ अत्याचार की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं व आपराधिक तत्वों पर लगाम लगाने में प्रदेश सरकार विफल है. विफल सरकार को तुरंत अपने पद से त्यागपत्र दे देना चाहिए. वहीं जिला सह संयोजक गोपाल साह ने कहा कि पश्चिम बंगाल की कानून व्यवस्था बदतर हो चुकी है. वहा की सरकार पश्चिम बंगाल की स्थिति बांग्लादेश जैसी बना देना चाहती हैं. पश्चिम बंगाल में मेडिकल कॉलेज से जिस प्रकार साक्ष्य मिटाने के प्रयास हुए व पुलिस मूकदर्शक बनी रही. वह सरकार की कानून व्यवस्था के प्रति उदासीनता को दर्शाती है. मौके पर नगर सह मंत्री तुषार सिंह, सह मंत्री राहुल साह, जिला एसएफडी प्रमुख अभिनव प्रकाश राय, नगर कोषाध्यक्ष रोहन श्रीवास्तव, संतोष यादव, आरएसएस के प्रदीप साह, भाजपा के रंजीत झा,भाजयुमो के हेमंत राय,रंजन पासवान,मयंक शर्मा,सह मंत्री रोशन कुमार, राज सोनी, आशीष साह, सुमित कुमार,प्रणब दुबे सहित अन्य सदस्य मौजूद थे.
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