बच्चों के टीकाकरण में अररिया पाचवें नंबर पर
बच्चों को बीमारी से बचाने के लिए दिया जाता है टीका
बच्चों को 12 प्रकार की बीमारी से बचने के लिए दिया जाता है टीका अररिया. एक ओर स्वास्थ्य के क्षेत्र में पहले की तुलना में सरकार द्वारा मरीजों को बेहतर सुविधा उपलब्ध करायी जा रही है. वहीं बच्चों के टीकाकरण में भी अररिया ने बेहतर उपलब्धि प्राप्त की है. अररिया जिला टीकाकरण उपलब्धि के मामले में बिहार में पांचवें स्थान पर बना हुआ है. जबकि इससे बड़े-बड़े कई जिला इनसे पीछे चल रहा है. जीरो से 05 साल तक के बच्चों को बारह प्रकार के विभिन्न बीमारी से बचने के लिए टिका दिया जाता है. जो ड्रॉप व इंजेक्ट के माध्यम से दिया जाता है. हालांकि यह उपलब्धि से कुछ माह पूर्व अररिया बिहार में प्रथम स्थान पर था. जब यहां लगभग 600 के करीब एएनएम हुआ करती थीं, अधिकांश ने अपनी सुविधा के अनुसार दूसरे जिलाें में अपना स्थानांतरण करा लिया, जिले में 600 एएनएम की जरूरत थी व पोस्टिंग भी उनका हुआ. लेकिन उसमें से 272 एएनएम ने अपनी सुविधा के अनुसार दूसरे जगह ट्रांसफर करा लिया. जिससे हैंड की कमी भी हुई, बावजूद इसके सभी के सहयोग से जिला ने बेहतर प्रदर्शन करते हुए पांचवें स्थान पर अपना दब-दबा कायम रखे हुआ है. टीकाकरण के इस कार्य में स्वास्थ्य विभाग की जो एजेंसियां सहयोग करती हैं उसमें यूएनडीपी, पीरामल फाउंडेशन, डब्लूएचओ, यूनिसेफ व सरकारी स्वास्थ्य कर्मी शामिल हैं. टीकाकरण के लिए नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र, आंगनबाड़ी केंद्र के साथ-साथ जगह-जगह टीकाकरण केंद्र भी बनाये गये हैं. जहां बच्चों के टीकाकरण के लिए विशेष व्यवस्था है. बच्चों को मुख्य रूप से टीबी, हाइपोटाइटिस बी, पेंटा, आइपीबी, डीबीटी, मिजिल्स के अलावा अन्य बीमारियों से लड़ने की दवा बच्चों को इस टीकाकरण के माध्यम से की जाती है. अब घर-घर टीकाकरण बंद का निर्धारित जगहों पर सुविधा को ध्यान में रखते हुये दिया जाता है. साथ हीं अब लोगों में इतनी ज्यादा जागरूकता आ रहा है कि लोग अपने बच्चों के प्रति खुद केंद्रों पर लाकर टीकाकरण कराते हैं. साथ हीं इस कार्य में आंगनबाड़ी सेविका, एएनएम भी अहम भूमिका निभा रही हैं. यह सभी प्रकार के टीके सरकार द्वारा मुफ्त में उपलब्ध कराये गये हैं. जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी सह शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर मोइज ने बताया कि अररिया जिला का टीकाकरण मामले में बेहतर उपलब्धि है. उन्होंने बताया कि गर्व की बात है कि अपना अररिया जिला टीकाकरण के मामले में बिहार में पांचवें स्थान पर है. यह उपलब्धि पूरी टीम भावना से सबके अथक प्रयास से मुमकिन हुआ है. खासकर सिविल सर्जन के आदेश व मार्गदर्शन से यह उपलब्धि संभव हो पाया है. उन्होंने बताया कि जिला का लक्ष्य इस वर्ष 39290 बच्चों का था, उसमें अररिया ने 39194 बच्चों का टीकाकरण कराकर ऐतिहासिक कार्य किया. डॉक्टर मोइज ने बताया की जिला की उपलब्धि करीब 93 प्रतिशत है.
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