Bihar News: अररिया में फर्जी बेटा बनकर बेच दी जमीन, ठोकरें खा रहा है जमीन का मालिक

अररिया में रानीगंज के कालाबलुआ वार्ड संख्या 05 निवासी बेचन साह आज दर दर की ठोकर खाने के लिये विवश हैं. बपौती संपत्ति पर अपना हक गंवाने का रंजो-गम उन्हें परेशान कर रहा है.

By Prabhat Khabar News Desk | April 25, 2022 10:33 AM

अररिया में रानीगंज के कालाबलुआ वार्ड संख्या 05 निवासी बेचन साह आज दर दर की ठोकर खाने के लिये विवश हैं. बपौती संपत्ति पर अपना हक गंवाने का रंजो-गम उन्हें परेशान कर रहा है. मामला ये है कि बेचन के पिता स्वर्गीय सुरेश प्रसाद साह ने मेहनत-मजदूरी कर जो थोड़ी बहुत जमीन खरीदी थी. उनकी मौत के बाद किसी अन्य ने खुद को सुरेश का वारिस बताते हुए जमीन किसी दूसरे के हाथ बेच दी. अब अपने बपौती संपत्ति के लिये ही बेचन को अंचल कार्यालय का बार-बार चक्कर लगाने के लिए विवश होना पड़ रहा है.

मदद के लिये ठोकरें खा रहा परिवार 

पिता द्वारा सारा जीवन मेहनत मजदूरी कर बेटे के खुशहाल जीवन के लिये अर्जित भूमि उसके बेटा का न हो फर्जी तरीके से किसी और ने हड़प कर एक बड़ी साजिश को अंजाम देने में कामयाबी हासिल कर ली है. जाहिर है बिना अंचल प्रशासन के मिली भगत से इतना बड़े गौरख धंधे को अंजमा नहीं दिया जा सकता है. बहरहाल जमीन का वास्तविक हकदार स्वर्गीय सुरेश प्रसाद का बेटा बेचन साह अपनी पत्नी व बुजुर्ग मां को लिये जरूरी मदद के लिये जगह-जगह की ठोकरें खा रहा है.

मजदूरी कर अपने परिवार का भरण पोषण कर रहा था बेचन

मामला सामने आने से पहले तक बेचन दिल्ली, पंजाब में मेहनत मजदूरी कर अपने परिवार का भरण पोषण कर रहा था. लेकिन बपौती जमीन पर मालिकाना हक गंवाने की सूचना पाने के बाद उनका रोजी रोजगार भी उनसे झिन चुका है. इससे पूरा परिवार भुखमरी के कगार पर पहुंच चुका है.

फरवरी 2021 में बेच दी जमीन 

गौरतलब है कि बेचन के पिता स्वर्गीय सुरेश साह के द्वारा खरीदी गयी मधेपुरा जिले के उदाकिशनगंज अंचल अंतर्ग शहजादपुर पंचायत के अखरी टोला वार्ड संख्या 10 निवासी शिवनंदन साह खुद को स्वर्गीय सुरेश प्रसाद का पुत्र बताते हुए भरगामा निवासी श्वेता कुमारी पति गजेंद्र कुमार व बरबन्ना निवासी रंजना कुमारी पति बुद्धिनाथ सिंह के हाथों 11 फरवरी 2021 को कुल 82 डीसमील 500 वर्ग कड़ी बेच दी गयी. वहीं 11 फरवरी 2021 को ही अंतिम देवी पति नवीन मिश्र भोड़हा निवासी को कुल 4 डीसमील जमीन फरबिसगंज में रजिस्ट्री ऑफिस में लिख दिया गया. केवाला में शिवनंदन साह ने अपना पिता का नाम सुरेश साह कलबलुआ थाना रानीगंज का उल्लेख किया है. जबकि वह सुरेश साह का बेटा ही नहीं है.

शिवनंदन साह का बेटा नहीं होने का क्या है प्रमाण

कालाबलुआ वार्ड संख्या 5 के स्थानीय लोगों में जुगेश साह,रूणा देवी, कला देवी, रवींद्र यादव, मनोज यादव सहित दर्जनों ग्रामीणों ने बताया कि सुरेश साह को एक ही बेटा है. जिसका नाम बेचन साह है. हमलोग शिवनंदन साह को जानते तक नहीं हैं. वहीं उदाकिशुनगंज प्रखंड के शहजादपुर पंचायत के मतदाता सूची के क्रमांक संख्या 393 में भी शिवनंदन साह का पिता का नाम भागवत साह दर्ज है. जबकि शहजादपुर पंचायत के सरपंच ने भी इस बात का लिखित पुष्टि किया है कि शिवनंदन साह का पिता का नाम स्वर्गीय भागवत साह है व शिवनंदन साह चार भाई हैं.

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सरपंच रेणु कुमारी ने पुष्टि की है

उदाकिशुनगंज शहजादपुर पंचायत के वार्ड संख्या 10 के निवासी हैं. तो वहीं कलबलुआ पंचायत के सरपंच रेणु कुमारी ने इस बात की पुष्टि की है कि कलबलुआ वार्ड संख्या 5 निवासी स्वर्गीय सुरेश साह को एक बेटा है. जिसका नाम बेचन साह है. और एक बेटी है जिसका नाम कोमिला देवी है. इन सभी सबूतों को देखने के बाद यह पता चलता है कि रानीगंज प्रखंड क्षेत्र में फर्जी केवाला बनाकर जमीन कब्जा करने वाले गिरोह कितने सक्रिय हैं. ऐसे में रजिस्ट्री ऑफिस के पदाधिकारियों पर भी सवाल उठना लाजिमी है.

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