अररिया. सदर अस्पताल को बहुत जल्द राष्ट्रीय बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन इन मेडिकल साइंसेज द्वारा डिप्लोमेट ऑफ नेशनल बोर्ड प्रमाणीकरण मिल सकता है. यह जिला स्वास्थ्य विभाग सहित आम जिलावासियों के लिए महत्वपूर्ण उपलब्धि होगी, जो चिकित्सा शिक्षा व स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में अप्रत्याशित सुधार का प्रतीक है. डीएनबी प्रमाणीकरण के बाद सदर अस्पताल में पोस्टग्रेजुएट मेडिकल छात्रों को प्रशिक्षित किया जा सकेगा. इसके साथ अस्पताल को विशेषज्ञ चिकित्सकों व उन्नत चिकित्सा सेवाओं के साथ सशक्त बनाया जायेगा. डीएनबी प्रमाणीकरण को लेकर नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन इन मेडिकल साइंसेज के पीडियाट्रिक विभाग की एचओडी डॉ नंदिता चटोपाध्याय ने सदर अस्पताल के विभिन्न वार्डों का निरीक्षण करते हुए नतीजों पर संतोष जाहिर किया. इस दौरान जल्द ही सदर अस्पताल के प्रमाणीकरण का भरोसा जताया है. निरीक्षण के क्रम में सिविल सर्जन डॉ केके कश्यप, डीआइओ व सदर अस्पताल के पीडियाट्रिक विभाग के एचओडी डॉ मोईज, अस्पताल के प्रभारी अधीक्षक डॉ आकाश राय, डीपीएम स्वास्थ्य संतोष कुमार, अस्पताल प्रबंधक विकास आनंद सहित अन्य स्वास्थ्य अधिकारी व कर्मी मौजूद थे.
राष्ट्रीय मूल्यांकन कर्ता ने विभिन्न वार्डों का किया निरीक्षण
डॉ नंदिता चटोपाध्याय ने सदर अस्पताल के पीडियाट्रिक वार्ड, एनआरसी, एसएनसीयू, एमसीएच, ओपीडी सहित अन्य वार्डों का गहन निरीक्षण किया. संबंधित अधिकारियों के जरूरी जानकारी प्राप्त करते हुए अस्पताल के विभिन्न वार्डों से संबंधित डेटा का सत्यापन किया. उन्होंने आईपीडी, वर्ग कक्ष सहित अन्य जरूरी इंतजामों का गंभीरता पूर्वक मुआयना किया. इसके साथ ही सिविल सर्जन सहित अन्य वरीय स्वास्थ्य अधिकारियों से प्रमाणीकरण प्रक्रिया से संबंधित विस्तृत चर्चा की. एनबीईएमएस के पीडियाट्रिक विभाग की एचओडी ने निरीक्षण के नतीजों पर संतोष जताया. इससे अस्पताल प्रबंधन सहित विभाग के वरीय अधिकारी काफी उत्साहित हैं.
डीएनबी प्रमाणीकरण विभाग की महत्वपूर्ण उपलब्धि
सदर अस्पताल के अस्पताल प्रबंधक विकास आनंद ने बताया कि डिप्लोमेट ऑफ नेशनल बोर्ड प्रमाणीकरण हासिल करना स्वास्थ्य विभाग की एक महत्वपूर्ण उपलब्धि होगी. डीएनबी प्रमाणीकरण के बाद सदर अस्पताल में पोस्ट ग्रेजुएट मेडिकल छात्रों को प्रशिक्षित किया जा सकेगा. पीडियाट्रिक विभाग की पढ़ाई जल्द शुरू होने की उम्मीद है. इसके लिए सदर अस्पताल के पीडियाट्रिक विभाग के एचओडी डॉ मोईज सहित दो अन्य बाल रोग विशेषज्ञ डॉ शाकीब अहमद, डॉ आशुतोष कुमार प्रशिक्षक की भूमिका में होंगे. अस्पताल प्रबंधक ने बताया कि सदर अस्पताल में एक साथ चार पोस्ट ग्रेजुएट मेडिकल छात्रों के प्रशिक्षण का इंतजाम होगा. एक विशेषज्ञ प्रशिक्षक के साथ दो छात्र एक साथ प्रशिक्षण हासिल कर सकेंगे. अस्पताल प्रबंधक ने विकास आनंद ने कहा कि सिविल सर्जन डॉ केके कश्यप के नेतृत्व, डीपीएम संतोष कुमार के मार्गदर्शन व अस्पताल के प्रभारी अधीक्षक डॉ आकाश राय के समर्पण का नतीजा है कि चिकित्सा सेवाओं के क्षेत्र में सदर अस्पताल नित नये आयाम हासिल कर रहा है.
शिशु मृत्यु दर होगी कम, मातृ-शिशु स्वास्थ्य सेवा होगी बेहतर
सिविल सर्जन डॉ केके कश्यप ने बताया कि डिप्लोमेट ऑफ नेशनल बोर्ड प्रमाणीकरण हासिल होना जिले के लिए सौभाग्य की बात होगी. सदर अस्पताल में बाल रोग से संबंधित मामलों के बेहतरीन इलाज की सुविधा उपलब्ध हो सकेगी. वहीं चिकित्सकों के कमी की समस्या भी इससे बहुत हद तक दूर हो सकेगी, जो जिले में शिशु मृत्यु दर पर प्रभावी नियंत्रण व मातृ व शिशु स्वास्थ्य सेवाओं को उत्कृष्टता प्रदान करने में सहायक साबित होगा. इससे जटिल बाल रोगों का इलाज भी सदर अस्पताल में संभव हो सकेगा. जिलावासियों को बड़ी राहत मिलेगी.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है