थमा प्रचार, बढ़ी प्रत्याशियों की बेचैनी
सात मई को होगा मतदान
अररिया. अररिया में मंगलवार को मतदान होना है, मतदाता मतदान के लिये पूरी तरह से तैयार हो गये हैं. आसमान में उमड़े बादलों के कारण मौसम में थोड़ी नमी आयी है, इससे जिला प्रशासन को इस बात का भरोसा है कि पिछले चुनावों से ज्यादा नहीं तो मतदान का प्रतिशत भी कम नहीं होगा. हालांकि लोकसभा चुनाव के दो चरणों में जिस प्रकार से मतदान प्रतिशत कम हुआ है तो तीसरे चरण के प्रत्याशियों के दिलों के धड़कन भी तेज हो गयी है. ऐसे में एक प्रतिशत की कम मतदान प्रतिशत किसके लिये नुकसानदायक होगा कहना मुश्किल है. बहरहाल 07 मई को तीसरे चरण के लिए जिले के 03 मुख्य दलों सहित 06 निर्दलीय उम्मीदवार मैदान में हैं. इनमें भाजपा प्रत्याशी प्रदीप सिंह, राजद प्रत्याशी शाहनवाज आलम व बहुजन समाज पार्टी के गौसूल आजम के अलावा मो इस्माइल, जावेद अख्तर, अखिलेश कुमार, मुस्ताक आलम, मो मोबिनुल हक, शत्रुध्न प्रसाद सुमन शामिल हैं. हालांकि अररिया लोकसभा में इन 09 प्रत्याशियों में काई भी तीसरा फैक्टर नहीं बन पाया, जाहिर मुकाबला एनडीए प्रत्याशी प्रदीप सिंह व इंडी गठबंधन प्रत्याशी शाहनवाज आलम के बीच हीं उलझ कर रह गया है. हालांकि इस बार मतदाताओं ने जिस प्रकार से गहरी चुप्पी साध ली हैं, उससे चुनाव में उमंग नहीं दिख रहा है. जोकीहाट विधानसभा में अपना समय व्यतीत किया. वे वहां एनडीए द्वारा निकाले गये रोड शो का भी हिस्सा रहें. उन्होंने बताया कि जनता को हमेशा भगवान माना है. हमेशा उनके बीच रहा, राजनीति को सेवा मान कर आया व अररियावासियों की सेवा करता रहा हूं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कल्याणकारी योजनाओं के अलावा जिले में विकास का जो भी काम हुआ, यह किसी से नहीं छुपा है. पुल-पुलिया, ट्रेन, चमचमाती सड़क, इंजीनियरिंग कॉलेज बन गयी है. इस बार अब तटबंध का निर्माण करना, कृषि आधारित उद्योग स्थापित करना, मेडिकल कॉलेज शुरू करना सहित रानीगंज में चिड़याघर का निर्माण के साथ उच्च शिक्षा के क्षेत्र में अररिया को आगे लाना मेरा लक्ष्य है. अररिया जीत गये तो पीएम नरेंद्र मोदी को हाथों को मजबूजी मिलेगी. बस जनता का आशीर्वाद सात मई को चाहिये. राजद प्रत्याशी शाहनवाज आलम रविवार को पूरे दिन चुनावी सभा में व्यस्त रहें. वे सुबह नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, मुकेश सहनी आदि के साथ दिन का पहला प्रहर भरगामा के महथावा में तो दूसरा प्रहर भी नेता प्रतिपक्ष के चुनावी सभा के साथ जोकीहाट के उदाहाट में बीता. उन्होंने कहा कि वे अपने पिता जनाब तस्लीमउद्दीन के अधुरे ख्वाबों को पूरा करने के लिए राजनीति में आये हैं. वे चाहते हैं कि जिले में बाढ़ से मुक्ति की दिशा में वे पिता के अधुरे कार्यों को पूरा करें, सभी वर्गों का विकास मेरी प्राथमिकता होगी, अंतिम पायदान पर खड़े लोगों को मुख्य धारा से जोड़ने का प्रयास होगा, साथ हीं उच्च शिक्षा के क्षेत्र में मेडिकल कॉलेज हीं नहीं जिले के किसानों के फसल के उचित मूल्य व मजदूरों के पलायन को रोकने के लिए भी कृषि आधारित उद्योग की स्थापना करनी होगी. बस अब जनता का आशीर्वाद चाहता हूं.
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