17- प्रतिनिधि, फारबिसगंज स्थानीय साहित्यिक संस्था इंद्रधनुष साहित्य परिषद ने संवदिया के संपादक मांगन मिश्र मार्तंड की अध्यक्षता में व बिनोद कुमार तिवारी के संचालन में पीडब्लूडी के प्रांगण में एक कार्यक्रम का आयोजन कर पंडित रामदेनी तिवारी द्विजदेनी की जयंती समारोहपूर्वक मनायी. इस मौके पर संस्था से जुड़े साहित्यकारों, साहित्य प्रेमियों, शायरों व कवियों के अलावा गणमान्य लोगों ने द्विजदेनी जी के तस्वीर पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर उनका 140वां जयंती समारोह पूर्वक मनाते हुए उन्हें याद किया. इस अवसर पर सर्वप्रथम साहित्यकारों, साहित्यप्रेमियों ने द्विजदेनी जी के व्यक्तित्व व कृतित्व पर विस्तृत रूप से प्रकाश डाला. मौके पर वरिष्ठ बाल साहित्यकार हेमंत यादव, सुरेंद्र प्रसाद मंडल, हर्ष नारायण दास, रघुनंदन मंडल, हरिशंकर झा, निशा पाठक, रिटायर्ड बीइओ प्रमोद कुमार झा व संगीत सनातन सहित अन्य ने अपने संबोधन में कहा कि द्विजदेनी जी का जन्म 15 जनवरी 1885 को बिहार के ही सारण में हुआ था. वे अपने पिता की मृत्यु के बाद रोजी-रोटी की तलाश में 20 वर्ष की उम्र में फारबिसगंज चले आए थे. वे अलेक्जेंडर फारबेस के यहां नौकरी करने लगे. उन दिनों देश भर में स्वतंत्रता आंदोलन चल रहा था. यहां के नव युवकों में राष्ट्रप्रेम की भावना जगाने के लिए उन्होंने फारबिसगंज से सटे एक छोटे से गांव सिमरबनी में एक प्राथमिक स्कूल, नंद किशोर पुस्तकालय, नाट्य कला परिषद व भजन मंडली की स्थापना की. आयोजित कार्यक्रम में हरिनंदन मेहता, अरविंद ठाकुर सुनील दास सहित अन्य ने कविताओं का पाठ कर मौजूद लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया. इस अवसर पर मुख्य रूप से रामजी मिश्र, पलक धारी मंडल, दिनेश ठाकुर, मनीष राज सहित अन्य मौजूद थे.
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