वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये मुख्यमंत्री ने लाभुकों को 3.80 करोड़ रुपये किये हस्तांतरित फोटो:41- कार्यक्रम में उपस्थित डीएम सहित अन्य अधिकारी. प्रतिनिधि, अररिया मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जिले में ग्रामीण विकास विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं का लाभ पात्र लाभुकों को हस्तगत कराया. इस मौके पर डीआरडीए सभागार में आयोजित कार्यक्रम के दौरान डीएम अनिल कुमार, डीडीसी रोजी कुमारी सहित अन्य अधिकारी कार्यक्रम से सीधे जुड़े थे. इस दौरान ग्रामीण विकास विभाग द्वारा संचालित लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के तहत जिले के 3185 लाभुकों के बीच विभिन्न योजना मद में 03 करोड़ 80 लाख रुपये का लाभ डीबीडी के माध्यम से लाभुकों के संबंधित बैंक अकाउंट में हस्तांतरित किया गया. वहीं इस क्रम में विजय कुमार बहरदार, बीवी रूकैया, सिम्मी प्रवीण, नीतू देवी व जगदीश मंडल नामक पांच लाभुकों को व्यक्तिगत शौचालय की चाबी प्रदान की गयी. इसी तरह प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत 10 लाभुकों को स्वीकृति पत्र प्रदान किया गया. लाभुकों में सुशीला देवी, करूण देवी, ललिता देवी, रेखा देवी, सविला, बीबी सादिया, बीबी जमीला, समीन, बीबी रशीदा व सहजीदा का नाम शामिल है. जीविका द्वारा जीविका दीदी को सतत जीविकोपार्जन योजना, स्वयं सहायता समूह को सामुदायिक निवेश व बैंक ऋण की राशि लिंकेज के लिये प्रतीकात्मक चेक कार्यक्रम के दौरान उपलब्ध कराया गया. मौके पर जिला भू-अर्जन पदाधिकारी वसीम अहमद, निदेशक डीआरडीए सौरव सिन्हा, सहायक निदेशक सामाजिक सुरक्षा कोषांग नितेश कुमार पाठक, लोहिया स्वच्छता अभियान के जिला समन्वयक विनय कुमार झा, डीपीएम जीविका सहित अन्य अधिकारी व कर्मी मौजूद थे. डिजिटल प्लेटफार्म पर अपना निबंधन कराएं मत्स्य उत्पादक किसान अररिया. प्रधानमंत्री मत्स्य किसान समृद्धि सह योजना अंतर्गत नेशनल फीसरी डिजिटल प्लेटफार्म पर जिले के सभी मत्स्य कृषक, मत्स्यजीवी सहयोग समिति के सभी सदस्य, मत्स्य विभाग से लाभान्वित सभी मत्स्य पालकों /कृषकों का निबंधन ऑनलाइन किया जाना है. राष्ट्रीय मत्स्य पालन डिजिटल प्लेटफार्म ऑनलाइन निबंधन हेतु आवश्यक कागजात आधार कार्ड, मोबाइल नंबर, समिति का सदस्यता क्रमांक बैंक खाता संख्या की आवश्यकता है. राष्ट्रीय मत्स्य पालन डिजिटल प्लेटफार्म पर निबंधन करने के लिये संबंधित वेबसाइट पर मत्स्य कृषक ग्राहक सेवा केंद्र से निबंधन करा सकते हैं. इस हेतु अररिया जिले के ग्राहक सेवा केंद्र के जिला सलाहकार रविन्द्र कुमार का दूरभाष 7011986197 व 8092434505 पर संपर्क किया जा सकता है. इस संबंध में जिला मत्स्य पदाधिकारी सह मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी ने बताया कि इसे लेकर विभाग से जरूरी दिशा निर्देश प्राप्त है. —————– बाल मृत्यु संबंधी मामलों पर प्रभावी नियंत्रण के लिए एचबीवाइसी कार्यक्रम का क्रियान्वयन जरूरी एचबीवाइसी कार्यक्रम को अधिक प्रभावी व उपयोगी बनाने को लेकर स्वास्थ्य कर्मियों को दिया गया प्रशिक्षण फोटो-42-बैठक में उपस्थित स्वास्थ्य अधिकारी. प्रतिनिधि, अररिया जन्म के बाद बच्चों के पहले दो वर्षों के दौरान उनकी सेहत व पोषण संबंधी मामलों की समुचित निगरानी जरूरी है. ताकि बच्चों में कुपोषण, स्वास्थ्य संबंधी अन्य जटिलताएं व खास कर बच्चों में होने वाले सामान्य रोगों का समय पर पता लगा कर उनका समुचित इलाज सुनिश्चित कराते हुए बाल मृत्यु से संबंधी मामलों को नियंत्रित किया जा सके. इस उद्देश्य की प्राप्ति के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा कराया जा सके. रोगों के अलावे अन्य देखभाल के उद्देश्य से स्वास्थ्य विभाग द्वारा होम बेस्ड केयर फॉर यंग चाइल्ड यानी एचबीवाईसी कार्यक्रम संचालित है. जिले में इसका प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित कराने के उद्देश्य से एक दिवसीय विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन जिला स्वास्थ्य समिति सभागार में किया गया. कार्यक्रम का उद्घाटन सिविल सर्जन डॉ केके कश्यप ने किया. प्रशिक्षण में डीआईओ डॉ मोईज, सभी एमओआईसी, बीसीएम, बीएमएनई, पिरामल फाउंडेशन के डीएल संजय झा, डीपीएल प्रफुल्ल झा, यूनिसेफ के एसएमसी आदित्य कुमार, यूएनडीपी के शकील आजम सहित अन्य स्वास्थ्य अधिकारी व कर्मी मौजूद थे. सिविल सर्जन डॉ केके कश्यप ने बताया कि होम बेस्ड केयर फॉर यंग चाइल्ड यानी एचबीवाईसी कार्यक्रम स्वास्थ्य कर्मियों व समुदाय के सहयोग से पहले दो वर्षों के दौरान छोटे बच्चों की सेहत व पोषण सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. इसका मुख्य उद्देश्य बच्चों की मृत्यु दर कम करना, कुपोषण रोकना व बच्चों में होने वाली बीमारियों को जल्दी पहचानकर इसका उपचार सुनिश्चित करना है. कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन के समय- समय पर कर्मियों को जरूरी प्रशिक्षण देते हुए इसकी नियमित निगरानी व अनुश्रवण सुनिश्चित कराने का निर्देश उन्होंने स्वास्थ्य अधिकारियों को दिया. डीआइओ डॉ मोइज ने कहा कि कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन के लिएं स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा गृह भ्रमण के दौरान बच्चों के विकास, पोषण सहित स्वास्थ्य संबंधी मामलों की समुचित निगरानी जरूरी है. कार्यक्रम के तहत बच्चों के जन्म के पहले वर्ष में छह बार व दूसरे वर्ष में तीन बार गृह भ्रमण करने का प्रावधान है. इस दौरान आशा द्वारा बच्चों की लंबाई, वजन, टीकाकरण की स्थिति का अवलोकन जरूरी है. इसके साथ बच्चों में कुपोषण की पहचान, दस्त, निमोनिया, खसरा जैसे बचपन की सामान्य बीमारियों को चिन्हित कर उनका समुचित उपचार सुनिश्चित कराने की कारगर पहल को उन्होंने महत्वपूर्ण बताया. ताकि बाल मृत्यु संबंधी मामलों को नियंत्रित किया जा सके. ———————– जिले में नियमित टीकाकरण के आच्छादन व गुणवत्ता में सुधार की होगी पहल पूर्ण प्रतिरक्षण प्रतिशत को 90 से बढ़ाकर 95 प्रतिशत करने का है लक्ष्य निर्धारित फोटो:43-बैठक में उपस्थित स्वास्थ्य अधिकारी. प्रतिनिधि, अररिया जिले में नियमित टीकाकरण के आच्छादन व गुणवत्ता में सुधार को लेकर विभागीय स्तर से जरूरी पहल किया जा रहा है. ताकि टीकाकरण अभियान को अधिक प्रभावी बनाने व समुदाय के विभिन्न वर्ग के लोगों तक इसका समुचित लाभ मुहैया कराया जा सके. इसे लेकर जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ मोइज ने संबंधित स्वास्थ्य अधिकारी व सहयोगी संस्था के प्रतिनिधियों के साथ बैठक आयोजित कर इस संबंध में जरूरी निर्देश दिया है. नियमित टीकाकरण संबंधी मामलों की समीक्षा करते डीआईओ डॉ मोइज ने बताया कि जिले का पूर्ण प्रतिरक्षण प्रतिशत 90 प्रतिशत है. भारत सरकार के हालिया दिशा निर्देश के आलोक में पूर्ण टीकाकरण प्रतिशत को 95 प्रतिशत करने का लक्ष्य निर्धारित है. इसके लिए ये जरूरी है कि ग्रामीण व दूरस्थ क्षेत्रों में टीकाकरण पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है. खास कर वैसे इलाके जहां टीकाकरण का आच्छादन अभी भी कम है. ऐसे स्थानों संबंधित क्षेत्र की आशा, एएनएम सहित संबंधित अन्य अधिकारियों द्वारा विशेष पहल करने की जरूरत है. डबल्यूएचओ के एसएमओ शुभान अली ने टीकाकरण के महत्व को दोहराते हुए कहा कि नियमित टीकाकरण से बच्चों को घातक बीमारियों से बचाया जा सकता है. उन्होंने जोर देकर कहा कि जिले में टीकाकरण के आच्छादन को बढ़ाने के लिये लिये सामुहिक प्रयास को जरूरी बताया. टीकाकरण संबंधी मामलों की समीक्षा बैठक में डबल्यूएचओ के एसएमओ डॉ शुभान अली, आरआरटी डॉ जुनैद शफात, यूनिसेफ के एसएमसी आदित्य कुमार, यूएनडीपी के वीसीसीएम शकील आजम, डाटा हैंडलर मजहर आलम सहित अन्य कर्मी मौजूद थे.
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