घायल छात्र की हालत नाजुक, इलाज का जिम्मा उठायेगा जवाहर नवोदय विद्यालय: सहायक आयुक्त.
अररिया का पहला पीएम श्री जवाहर नवोदय विद्यालय इन दिनों चर्चा में बना हुआ है, ताजा मामला रविवार देर रात की है, जहां विद्यालय के दर्जनों छात्र रविवार की देर रात अचानक से विद्यालय की चहारदीवारी कूद कर किसी भोज में अटेंड करने के लिये अररिया आरएस रेलवे स्टेशन पहुंच जाते हैं
अररिया. अररिया का पहला पीएम श्री जवाहर नवोदय विद्यालय इन दिनों चर्चा में बना हुआ है, ताजा मामला रविवार देर रात की है, जहां विद्यालय के दर्जनों छात्र रविवार की देर रात अचानक से विद्यालय की चहारदीवारी कूद कर किसी भोज में अटेंड करने के लिये अररिया आरएस रेलवे स्टेशन पहुंच जाते हैं व स्टेशन पर खड़ी मालगाड़ी के ऊपर चढ़कर सेल्फी लेने के दौरान उच्च क्षमता वाले बिजली तार के चपेट में आ कर गंभीर रूप से घायल हो जाते हैं. इसके बाद मंगलवार को घटित घटना की जांच करने पटना से पहुंचे असिस्टेंट कमिश्नर सत्येंद्र गुप्ता व कटिहार के प्राचार्य बृजेश कुमार ने संयुक्त रूप से नवोदय विद्यालय के प्राचार्य सुशांत कुमार झा सहित विद्यालय के अन्य शिक्षकों के साथ बैठक कर घटना के बारे में विस्तृत जानकारी ली. इस दौरान पत्रकारों को संबोधित करते हुए असिस्टेंट कमिश्नर सत्येंद्र गुप्ता ने बताया कि जवाहर नवोदय विद्यालय के छात्र के साथ जो घटना हुई है वह अत्यंत दुखद है. हमारी पहली प्राथमिकता यह है कि घायल छात्र मो वक्काश को उचित मेडिकल ट्रीटमेंट दिलाना है. इसी क्रम में मंगलवार को जवाहर नवोदय विद्यालय के प्राचार्य सुशांत कुमार झा को पीएमसीएच पटना भेजा जा रहा है. इसके साथ ही हमारे जो नवोदय के एल्यूमनाइ है, उसकी भी मदद ली जा रही है. जितना अच्छा ट्रीटमेंट हो सकेगा, वह हम नवोदय की तरफ से करायेंगे, साथ ही साथ मंगलवार को हम यहां नवोदय विद्यालय की जांच भी कर रहे हैं, जो भी दोषी होंगे उन पर निश्चित तौर पर कार्रवाई की जायेगी.
मेरे पुत्र को पीएमसीएच से भी रेफर कर दिया गया
मंगलवार को जब घायल छात्र फारबिसगंज के सिमराहा थाना क्षेत्र के झिरूवा वार्ड संख्या एक निवासी मो वक्कास के पिता अब्दुल कयूम से ली गयी तो उनके द्वारा बताया गया कि उनके बेटे की स्थिति गंभीर बनी हुई है. पीएमसीएच से भी उनके बेटे को रेफर कर दिया गया है. इसके बाद पटना की एक निजी अस्पताल में बेटे को भर्ती करने की कोशिश की जा रही है. साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि विद्यालय की तरफ से उन्हें कोई सहायता नहीं मिल रही है. विद्यालय के हॉस्टल इंचार्ज पंकज सर उनके साथ है. इस दुखद घटना के पीछे कारण अनेक हो सकतें हैं, जिसमें मोबाइल एक बड़ा कारण बना. इस घटना से अभिभावक को भी सचेत होना जरूरी होगा कि वे अपने बच्चों के हाथ में मोबाइल देते समय अनजान दुर्घटना को बल न दें.
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