फारबिसगंज-सहरसा रेलखंड पर ट्रेनों की संख्या में बढ़ाने की मांग
रेलखंड पर यात्री सुविधाओं का अभाव
प्रतिनिधि, फारबिसगंज फारबिसगंज-सहरसा रेलखंड पर ट्रेन की सुविधाओं में इजाफा करने की मांग लगातार की जा रही है. रेलवे के अधिकारियों की उदासीनता के कारण फारबिसगंज सहरसा, जोगबनी कटिहार रेलखंड पर यात्री सुविधाओं का घोर अभाव है. मीटर गेज लाइन के समय इस रेलखंड पर छह जोड़ी पैसेंजर ट्रेन के साथ साथ कोसी एक्सप्रेस जैसी ट्रेन परिचालन हुआ करता था. भारत- नेपाल सीमा जोगबनी से प्रयागराज के लिए सीधी ट्रेन सेवा थी. वर्तमान में अत्याधुनिक सुविधाओं के बढ़ने के साथ साथ ट्रेन परिचालन में कई बदलाव आया. लेकिन समय के साथ फारबिसगंज सहरसा रेलखंड पर ट्रेन सुविधाएं घटती चली गई. लंबे इंतजार के बाद आमान परिवर्तन कार्य पूर्ण हुआ. इस के बाद भी इस रेलखंड पर ट्रेन सुविधाएं नही बढ़ी. बिहार डेली पैसेंजर एसोसिएशन की केंद्रीय समिति के सदस्य बछराज राखेचा, इंडो नेपाल ऑर्गेनाइजेशन आफ रेल यूजर्स के सदस्य विनोद सरावगी, रेलवे कंम्यूटर्स फोरम के सदस्य राकेश रोशन फारबिसगंज सिविल सोसाइटी के अध्यक्ष मांगीलाल गोलछा, संरक्षक आजाद शत्रु अग्रवाल, ई आयुष अग्रवाल समेत विभिन्न संगठनों व समाजसेवी ने रेलवे से मांगा की इस रेलखंड पर कई ट्रेनें ललित ग्राम से वापस हो रही है. सभी ट्रेनों का परिचालन फारबिसगंज से शुरू किया जाये. फारबिसगंज- अररिया कटिहार के रास्ते देश के अन्य हिस्सों के लिए लंबी दूरी की ट्रेनों के परिचालन की घोषणा की जाये.
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