जिले में बढ़ने लगे हैं डेंगू के मामले, रहें सतर्क
स्वच्छता का रखें विशेष ध्यान
जिलाधिकारी ने जलजमाव वाले इलाकों में दवा छिड़काव का दिया आदेशफोटो:56- फॉगिंग करते विभाग के कर्मी. प्रतिनिधि, अररियाजिले में डेंगू के मामले बढ़ने लगे हैं. मरीजों की संख्या बढ़ कर चार हो गयी है. अब तक फारबिसगंज में डेंगू के तीन व नरपतगंज में डेंगू के एक मामले सामने आये हैं. डेंगू के बढ़ते मामलों को देखते हुए जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग विशेष सतर्कता बरत रहा है. बीते मंगलवार को राज्य के मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा ने संबंधित मामलों की समीक्षा के क्रम में दिये गये जरूरी दिशा निर्देश के बाद जिला प्रशासन इसे लेकर पूरी तरह अलर्ट है. जिलाधिकारी अनिल कुमार ने नगर परिषद व नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी को जल जमाव वाले इलाकों में फॉगिंग का निर्देश दिया है. ग्रामीण इलाकों में पंचायती राज विभाग द्वारा डेंगू नियंत्रण को लेकर जल जमाव वाले इलाकों में लार्वासाइट का छिड़काव सुनिश्चित कराने के लिए निर्देशित किया है. ताकि जमा पानी में मच्छर के लार्वा को नष्ट किया जा सके. जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को डेंगू से बचाव को लेकर व्यापक पैमाने पर जनजागरूकता अभियान संचालित करते हुए मरीजों की जांच व इलाज संबंधी समुचित इंतजाम सुनिश्चित कराने के लिए निर्देशित किया गया है.
डेंगू की चुनौती से निबटने के लिए विभाग मुस्तैद
जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ अजय कुमार सिंह ने बताया कि डेंगू से जुड़ी चुनौतियों से निबटने के लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह मुस्तैद है. इसे लेकर विभिन्न स्तरों पर जरूरी तैयारियां की गयी है. उन्होंने कहा कि डेंगू के प्रसार के लिहाज से अक्टूबर का महीने को उन्होंने विशेष संवेदनशील बताया. डीवीबीडीसीओ ने बताया कि प्रभावित मरीजों के उपचार के लिए अस्पतालों में विशेष वार्ड बनाये गये हैं. सदर अस्पताल में 10 बेड, फारबिसगंज अनुमंडल अस्पताल में 05 बेड क्षमता वाला विशेष वार्ड बन कर तैयार है. इसके अलावा सभी पीएचसी में डेंगू मरीजों के उपचार के लिए दो बेड आरक्षित रखे गये हैं. सभी प्रमुख स्वास्थ्य संस्थानों में डेंगू जांच कीट पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराया गया है. जलजमाव वाले क्षेत्र में नगर परिषद व पंचायती राज विभाग समन्वय स्थापित कर टेमीफोस दवा का छिड़काव किया जा रहा है. डेंगू संबंधी मामलों की सतत निगरानी के लिए नोडल अधिकारी व रेपिड रिस्पोंस टीम गठित किया गया है.
पांच सौ लोगों की जांच में चार लोग पाॅजिटिव
वीबीडीसीओ राम कुमार ने बताया कि डेंगू संबंधी जांच के लिए एनएस-1 कीट सभी स्वास्थ्य संस्थानों को पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराया गया है. अब तक करीब 500 लोगों की जांच में डेंगू के 04 मामले सामने आने की जानकारी उन्होंने दी. उन्होंने बताया कि एनएस-1 कीट से जांच में रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर सदर अस्पताल में रोगियों का एलीजा टेस्ट किया जाता है. एलीजा टेस्ट में डेंगू का मामला सत्यापित होने पर मरीजों को इलाज संबंधी तमाम सुविधा नि:शुल्क उपलब्ध कराया जा रहा है. डेंगू के वैसे गंभीर मरीज जिन्हें इलाज के लिए किसी बड़े अस्पताल में जाने की जरूरत हो उन्हें एंबुलेंस की सुविधा भी नि:शुल्क उपलब्ध कराये जाने की जानकारी उन्होंने दी. स्वच्छता का रखें विशेष ध्यानसिविल सर्जन डॉ केके कश्यप ने बताया कि डेंगू के संभावित खतरों को लेकर स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह सतर्क है. अस्पतालों में बुखार, सिरदर्द व जोड़ों में दर्द की शिकायत लेकर आने वाले मरीजों पर विशेष नजर रखी जा रही है. डेंगू नियंत्रण के लिए उन्होंने अपने आसपास जलजमाव को रोकने व स्वच्छता का विशेष ख्याल रखने की अपील आम लोगों से की. उन्होंने लोगों से मच्छरदानी का उपयोग व शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनने व आसपास के माहौल को स्वच्छ व सुंदर बनाये रखने की अपील की.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है