श्रीमद्भागवत कथा में भक्तिरस से सराबोर हुए श्रद्धालु
भागवत कथा से माहौल हुआ भक्तिमय
भरगामा. सोमवार को सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा महायज्ञ के चौथे दिन कथा सुनने श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पडी. श्रीराम जानकी ठाकुरबाड़ी परिसर में श्रीमद्भागवत कथा यज्ञ को लेकर आसपास के क्षेत्र के लोगों खासकर युवाओं में खासा उत्साह का माहौल देखा गया. स्थानीय श्रीराम जानकी ठाकुरबाड़ी में शुरू हुए श्रीमद्भागवत कथावाचन 23 मई तक चलेगा. मुख्य कथावाचक श्रीधाम वृंदावन के आचार्य रुचिर शास्त्री जी महाराज ने अपने कथावाचन में प्रसंग पर प्रकाश डालते हुए कहा कि ज्ञान रूपी दीपक प्रत्येक व्यक्ति में विराजमान है. जो भागवत कथा के ज्ञान के श्रवण से प्राप्त होती है. भगवान श्री कृष्ण के अंतिम समय उद्धव ने प्रश्न किया कि प्रभु आप इस संसार से जा रहे हैं. अब भक्त आपका दर्शन कैसे करेंगे. भगवान श्री कृष्ण ने कहा कि भक्तो मेरा दर्शन मेरे नाम, मेरे धाम, मेरे ग्रंथ में कर सकते हैं. इसी को चरितार्थ करने के लिए श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन किया जाता है. कथा के दौरान उन्होंने बताया कि जब मनुष्य ईश्वर भक्ति के सनातन पुरातन मार्ग को छोड़कर मनमाना आचरण करने लगता है. तो इससे धर्म के संबंध में अनेक भ्रांतियां फैल जाती है. कथावाचन कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए स्थानीय श्यामानंद सिंह,समाजसेवी ओमप्रकाश कुंवर टार्जन, अनमोल कुंवर , निर्मल सिंह,लोकगायक प्रदीप सिंह, मनीष कुमार सिंह,कमलदेव डीलर, इंद्रानंद कुंवर, प्रमोद कुमार सिंह, निरूपम सिंह, संजीव कुमार, रविंद्र यादव, रौशन कुमार सिंह, प्रशांत कुमार, अभय शंकर कुमार शर्मा, नीतीश कुमार सिंह,गिरजानंद भगत व समस्त शंकरपुर वासी शामिल हैं.
धान व ढैंचा बीज का वितरण प्रारंभ
फारबिसगंज.
प्रखंड के ई किसान भवन में धान की खेती के लिए उन्नत बीजों का किसानों में वितरण किया गया.इस मौके पर किसानों को ढैंचा बीज का भी वितरण किया गया. किसानों को प्रखंड के ई किसान भवन में अनुदानित दर पर धान की बीज उपलब्ध कराई जा रही है. फारबिसगंज अनुमंडल कृषि पदाधिकारी सुधांशु कुमार ने कहा पंचायतों में चल रहें बीज वितरण केंद्र का निरीक्षण किया. उन्होंने कहा अनुमंडल के तीनों प्रखंड मुख्यालय में धान बीज का वितरण किया जा रहा है. प्रखंड में किसानों के द्वारा कम उठाव किया गया है. उन्होंने कहा कृषि समन्वयकों और किसान सलाहकारों को किसानों को प्रेरित करने के लिए कहा गया है. प्रखंड क्षेत्र के किसानों के लिए धान के बीज का वितरण जारी है. उन्होंने कहा कि अनुदानित दर पर 12 रुपये प्रति किलो के दर से किसानों को धान की बीज उपलब्ध कराई जा रही है. एक किसान को न्यूनतम 27 किलो व अधिकतम 60 किलो तक बीज अनुदानित दर पर दिया जा सकता है. उन्नत धान की फसल किसान कैसे प्राप्त करे इसको लेकर कृषि वैज्ञानिकों के द्वारा ई किसान भवन में कार्यशाला का आयोजन कर किसानों को वैज्ञानिक तरीका से खेती करने के कई महत्वपूर्ण टिप्स भी दिये. उन्होंने बताया ढैंचा बीज 12 रुपये किलो की दर से उपलब्ध कराया जा रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है