भरगामा. श्रीमद्भागवत कथावाचन के पांचवें दिन प्रखंड क्षेत्र के सिमरबनी बाजार व आसपास के गांव में भक्तिमय माहौल बना रहा. इस दौरान युवाओं में खासा उत्साह का माहौल देखा जा रहा है. आचार्य कन्हैया जी महाराज ने कथा के पांचवें दिन श्रद्धालुओं को प्रवचन करते हुए कहा कि श्रीमद् भागवत कथा के वाचन व श्रवण से व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति हो जाती है. सनातन धर्म के 18 पवित्र पुराण हैं, जिनमें एक भागवत पुराण भी है. इसे श्रीमद्भागवत या केवल भागवतम् भी कहते हैं. श्रीमद्भागवत कथा सुनना व सुनाना दोनों ही मुक्तिदायिनी है व आत्मा को मुक्ति का मार्ग दिखाती है. भागवत पुराण को मुक्ति ग्रंथ कहा गया है, इसलिए अपने पितरों की शांति के लिए इसे हर किसी को आयोजित कराना चाहिए. इसके अलावा रोग-शोक, पारिवारिक अशांति दूर करने, आर्थिक समृद्धि व खुशहाली के लिए इसका आयोजन किया जाता है.
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