बुखार में तीन बच्चों की गयी थी जान, पांच गंभीर इलाजरत
बुखार में तीन बच्चों की गयी थी जान, पांच गंभीर इलाजरत
परवाहा (अररिया) रानीगंज प्रखंड क्षेत्र के मझुआ पूरब पंचायत के वार्ड संख्या 11 चिरवाहा रहिका में तीन बच्चे का चमकी बुखार से मौत के बाद स्वास्थ्य महकमा में हलचल हो गया है. तीन बच्चों के मौत के बाद भी बच्चों का बीमार होने का सिलसिला नहीं रुक रहा है. बीमार दो बच्चे की संख्या मंगलवार को बढ़कर पांच हो गई है. जिस कारण स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड में आ गई है. मरने वाले बच्चों में अंकुश कुमार ( 2) माह, गौरी कुमारी (8) वर्ष, रौनक कुमार (4) वर्ष है. इन बच्चों के मौत के बाद से पूरे परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. साथ ही रविवार के शाम से सोमवार के सुबह तक अचानक तीन बच्चों के मौत से पूरे गांव का माहौल गमगीन है. हर कोई यह सवाल कर रहा है, कि आखिर इन्हीं बस्ती के बच्चों का ऐसा क्यों हो रहा है. वहीं सोमवार तक बीमार बच्चों की संख्या दो थी जिसमें मुस्कान कुमारी (2) वर्ष पिता राजकुमार ऋषिदेव व गोपाल कुमार (3) वर्ष पिता सुबोध ऋषिदेव शामिल है. वहीं मंगलवार को बीमार हुए बच्चों की संख्या दो से बढ़कर पांच हो गई है. मंगलवार को बीमार हुए बच्चों में कृष्णा कुमार (8) वर्ष पिता सोनू ऋषिदेव, आंचल कुमारी (7) वर्ष पिता संतोष ऋषिदेव, अमित कुमार (1) वर्ष पिता रामानंद ऋषिदेव शामिल है. बच्चों के बीमार होने की संख्या में बढ़ोतरी होने से लोगों में काफी दहशत का माहौल उत्पन्न होने गया है. लोगों को यह चिंता सताने लगी है कि बच्चे का इस तरह लगातार बीमार होने का सिलसिला कब तक थमेगा.
चिरवाहा महादलित बस्ती में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की टीम ने किया जांच
वहीं तीन बच्चों के मौत के बाद स्वास्थ्य महकमा सकते में आई व मंगलवार के सुबह में अररिया सिविल सर्जन केके कश्यप, डीआईओ डॉ मोईज, डॉ राजीव बसाक, डॉ बिमल कुमार, डॉ नूर जमीन, रानीगंज रेफरल अस्पताल प्रबंधक रवि राज सहित स्वास्थ्य विभाग के टीम मझुआ पूरब पंचायत के वार्ड संख्या 11 में मृतक बच्चे के घर पहुंचकर माता-पिता से बीमारी के लक्षण के बारे में विस्तार से जानकारी लिया. सिविल सर्जन केके कश्यप ने बताया कि हम पूरे बस्ती के बच्चों का स्काइनिंग करवा रहे है. बीमार बच्चे का जरूरी जांच को लेकर पूर्णिया मेडिकल कॉलेज भेजा गया है जहां रीढ़ का हड्डी से पानी निकालकर जांच किया जाएगा. फिर बच्चे का बीमारी का पता चल जायेगा. हमने मेडिकल टीम बस्ती में अवस्थित विद्यालय में कर दिया है. साथ हीं कोई भी बच्चों का स्थिति बिगड़ने पर सदर अस्पताल अररिया ले जाने के लिए एक एंबुलेंस मेडिकल टीम को दे दिया गया है. बच्चे को कोई परेशानी नहीं होने दिया जाएगा. इधर डीआईओ डॉ मोईज ने बताया कि मृत बच्चे के परिजनों से बीमारी के लक्षण जानने के बाद काफी चिंतन-मंथन से ऐसा प्रतीत होता है कि शायद इन बच्चों को इंस्फेलोपेथी नामक बीमारी हुआ होगा. जांच कराई जा रही है, बीमारी का पता चल जाएगा. कल इस बस्ती में स्प्रे किया जायेगा ताकि हानिकारक जो भी कीटाणु होगा वह खत्म हो जाएगा. वहीं स्वास्थ्य विभाग के वरीय अधिकारियों के जाने के बाद अररिया डीएसओ व रानीगंज बीडीओ रीतम कुमार ने भी उक्त महादलित बस्ती का दौरा किया. साथ हीं मेडिकल टीम का भी निरीक्षण किया. डीएसओ ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के द्वारा जो तैयारी की गई है उनका जायजा लेने साथ हीं बीमार होने वाले बच्चे को कोई परेशानी न हो इसी को लेकर निरीक्षण किए हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है