बाल मवि व प्रावि पोखर बस्ती के जर्जर भवनों की खुली डाक के माध्यम से हुई नीलामी

नीलामी में कई लोगों ने लिया भाग

By Prabhat Khabar News Desk | August 11, 2024 7:33 PM
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फोटो:-10-आयोजित डाक में मौजूद प्रधानाध्यापक व शिक्षा समिति के सदस्य. प्रतिनिधि, फारबिसगंज शहर के पोखर बस्ती अंसारी चौक के समीप स्थित शिक्षण संस्थान बाल मध्य विद्यालय के जर्जर दो कमरे व उक्त विद्यालय के परिसर में ही स्थित प्राथमिक विद्यालय के एक जर्जर भवन का विभाग के निर्देश के आलोक में खुली डाक के माध्यम से नीलामी की प्रक्रिया दोनों विद्यालय के प्रधानाध्यापक के द्वारा शिक्षा समिति सदस्यों व गणमान्य लोगों की उपास्थि में संपन्न की गयी. बाल मध्य विद्यालय के दो जर्जर भवन के नीलामी के लिए संपन्न हुए खुली डाक में 04 बीटर मेसर्स ओम साईं ट्रेडर्स के नीरज सिंह, एमएस इंटर प्राइजेज के सुमित कुमार, विशाल इंटर प्राइजेज के पंकज कुमार ने भाग लिया. मौके पर 02 लाख 01 हजार से बोली प्रारंभ हुई जि समें सर्वाधिक बोली पंकज कुमार ने 02 लाख 11 हजार 111 रुपये लगा कर डाक अपने नाम कर लिया. जबकि प्राथमिक विद्यालय के एक जर्जर भवन की खुली डाक के माध्यम से हुई नीलामी में उक्त चारों बीटर ने भाग लिया. जिसे गीता इंटर प्राइजेज के सुमित कुमार ने सर्वाधिक बोली 21 हजार 500 रुपये लगा कर डाक अपने नाम कर लिया. मौके पर बाल मध्य विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक संतोष कुमार सिंह व प्राथमिक विद्यालय की एचएम राधा कुमारी ने बताया कि जिला शिक्षा पदाधिकारी के द्वारा पत्र निर्गत कर आदेश दिया गया था कि विद्यालय के जर्जर व क्षतिग्रस्त हो चुके भवन मकान कबाड़ को नीलामी कर हटाने का निर्देश दिया गया था. बताया कि विभाग के निर्देश के आलोक में उक्त जर्जर भवन के नीलामी कराने के लिए विद्यालय शिक्षा समिति की बैठक आयोजित की गई. जिसके बाद निर्णय लेने के बाद खुली डाक के माध्यम से सभी के मौजूदगी में उक्त जर्जर क्षतिग्रस्त भवन का डाक कराया गया. ———- शिव मंदिर में मनायी गयी गोस्वामी तुलसीदास की जयंती फोटो:-11-जयंती पर मौजूद श्रद्धालु. प्रतिनिधि,फारबिसगंज स्थानीय शिवनगर स्थित शिव मंदिर में पुजारी पंडित भोगेंद्र मिश्र की सान्निध्य में एक कार्यक्रम का आयोजन कर धर्मप्रमियों व श्रद्धालुओं ने गोस्वामी तुलसीदास की जयंती मनाया. मौके पर उनके तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पण नमन व पूजन के बाद विनोद कुमार तिवारी ने शिक्षासेवी अमरनाथ झा को अंगवस्त्र, पुस्तक आदि प्रदान कर व माला पहना कर सम्मानित किया. इस मौके पर श्री झा व श्री तिवारी ने तुलसीदास के बारे में कहा कि रामचरित-मानस जैसे विश्व प्रसिद्ध ग्रंथ के सृजक व रामभक्त संत कवि तुलसीदास का जन्म प्राय: विद्वानों के अनुसार 11 अगस्त 1532 में बांद्रा उत्तर प्रदेश में मानते हैं. यद्यपि कुछ लोग इनका जन्म इटावा उतर प्रदेश के सोरो स्थल को मानते हैं. कहा जाता है कि ””तुलसी”” का बाल्यकाल बड़ी कठिनाई में गुजरा. मुनिया नामक दासी ने उन्हें पाला- पोसा जब वे 05 वर्ष के हुए तब वह भी मर गयी. फिर भिक्षाटन कर पेट भरने लगे, बाद में एक हनुमान मंदिर में आसरा मिला व भिक्षा मांगकर जीवन यापन करने लगे फिर विद्वान नरहरि शास्त्री व शेष सनातनजी के संग रहकर वेद व पुराणों का अध्ययन किया. काशी में उन्होंने ””संकट मोचन”” मंदिर स्थापित किया. इस मौके पर जयकुमार सिंह,श्रवण कुमार मेहता, शिवजी महतो, विजय कुमार झा, नारायण पाठक, पं दीनानाथ झा, श्याम मिश्रा, राघव आनंद, प्रतीक तिवारी सहित अन्य मौजूद थे.

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