-18- प्रतिनिधि, फारबिसगंज सीमांचल के समग्र विकास दलितों, मुस्लिमों, महिलाओं व आदिवासियों के अधिकारों की सुरक्षा को लेकर भाकपा माले के राष्ट्रीय महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने फारबिसगंज से शनिवार को अपनी पदयात्रा शुरू की. बदलो बिहार के दूसरे चरण में दीपांकर भट्टाचार्य ने विश्व प्रसिद्ध साहित्यकार फणीश्वरनाथ रेणु की धरती फारबिसगंज से नक्षत्र मालाकार की पूर्णिया की धरती तक इस यात्रा की शुरुआत की. पदयात्रा पूर्णिया में 05 फरवरी को पहुंचेगा. जहां बदलो बिहार समागम कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे. पूर्णिया में 5 फरवरी व भागलपुर में 6 फरवरी को इसकी शुरुआत होगी. फारबिसगंज स्टेशन से अपनी पदयात्रा की शुरुआत के क्रम में भाकपा मलिक के राष्ट्रीय महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि उनकी यह यात्रा सीमांचल में भाजपाई उन्माद-उत्पात की साजिश को नाकाम करने के लिए हैं. उन्होंने कहा कि आज देश में गरीबी,बेरोजगारी व महंगाई चरम पर है. केंद्र की सरकार मुट्ठी भर पूंजीपतियों के इशारे पर काम कर रही है. उन्होंने कहा कि बिहार में सबसे पिछड़ा इलाका सीमांचल है. सबसे ज्यादा गरीबी, बेरोजगारी, पलायन इन इलाके में हैं. लेकिन भाजपा व उनके नेता इन मुद्दों के बजाय उन्माद व उत्पात का माहौल बना रहे हैं. उन्होंने कहा कि पहले चरण में पटना से नवादा तक पदयात्रा की गई थी. दूसरे चरण में फारबिसगंज से पूर्णिया तक की यह पदयात्रा कार्यक्रम है. उन्होंने कहा कि अररिया में उनके दो साथी कमलेश्वरी ऋषिदेव व सत्यनारायण यादव की हत्या की गई. गरीबों की आवाज को दबाने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने कहा कि बिहार में डबल इंजन नहीं डबल अत्याचार की सरकार है, जिसके लिए आंदोलन को डबल करने की जरूरत है. फारबिसगंज स्टेशन चौक पर आशा कार्यकर्ताओं ने पदयात्रा में शामिल हुई. सैकड़ों आशा ने अपना मांग पत्र सौंपा. मौके पर नेता विधान पार्षद शशि यादव ने रसोइया, आंगनबाड़ी, जीविका कैडर,टोला सेवक आदि समूहों से आगामी 09 मार्च को में पटना पहुंचने का आह्वान किया.
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