प्रतिनिधि, अररिया बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष मो जाफर रहमानी ने बताया कि पूरे जिले में बीपीएससी के द्वारा बहाल किसी भी शिक्षक को दिसंबर माह का वेतन नहीं प्राप्त हुआ है. अररिया, फारबिसगंज, सिकटी, भरगामा व रानीगंज (एसएसए) के नियोजित शिक्षकों को भी दिसंबर माह का वेतन प्राप्त नहीं हुआ है. कुर्साकांटा व रानीगंज के नियमित शिक्षकों को भी वेतन प्राप्त नहीं हुआ है. जिससे शिक्षकों के बीच में मायूसी देखी जा रही है. बाहर के शिक्षकों को कुछ अधिक ही परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. उनके पास मकान किराया देने लायक पैसे नहीं बचे हैं. कुछ शिक्षक ने सोचा था कि जनवरी के पहले सप्ताह में वेतन आने पर जाड़े के कपड़ा सहित अन्य सामान की खरीदारी करेंगे. लेकिन वेतन नहीं मिलने से वे जाड़े में ठिठुर रहे हैं. किसी शिक्षक को दवाई के पैसे नहीं हैं तो किसी को इलाज के पैसे नहीं हैं, किसी को बाहर पढ़ रहे बच्चों को पैसा भेजना है. पर वेतन है जो आने का नाम नहीं ले रही है. जिलाध्यक्ष श्री रहमानी ने बताया कि प्रत्येक माह वेतन में विलंब का मुख्य कारण है. सभी बीआरसी से वेतन विपत्र का विलंब से डीइओ ऑफिस पहुंचना. ये एक ऐसी बीमारी है जिसका इलाज नहीं किया जा रहा है. छोटी छोटी बातों पर शिक्षकों को निलंबन करना आम बात हो गई है. लेकिन आवंटन रहने के बावजूद शिक्षकों को अब तक वेतन नहीं मिलने के कारण मानसिक व आर्थिक रूप से हो रही परेशानी का कोई दोषी विभाग के नजर में नहीं है व न मिलेगा. शिक्षा विभाग में शिक्षक के अलावा कोई दोषी होता ही नहीं है. अगर प्रत्येक माह के 30 तारीख तक जिस प्रखंड का वेतन विपत्र जिलाको प्राप्त नहीं होगा. उस प्रखंड मुख्यालय के समक्ष व अगले माह के प्रथम सप्ताह तक आवंटन रहने के बावजूद अगर वेतन का भुगतान नहीं होगा तो जिला कार्यालय के समक्ष जिले के शिक्षक धरना-प्रदर्शन के लिए विवश होंगे.
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