प्रतिनिधि, अररिया. जिला परिषद अररिया की कार्यशैली व अपनी उपेक्षा को लेकर 20 जून से पार्षद अनिश्चितकालीन आमरण अनशन करेंगे. जिला परिषद सदस्य इश्तियाक आलम ने तैयारी बैठक में बताया कि जिला परिषद कार्यालय में आमरण अनशन किया जायेगा. उन्होंने बताया कि जिला पार्षद की हमेशा उपेक्षा की गयी है. उनके साथ भेदभाव व सौतेला व्यवहार किया जाता है. उन्होंने बताया कि पच्चीस साल से वो खुद व उनकी पत्नी जिला परिषद अध्यक्ष रही हैं. बावजूद इसके सभी पार्षद अपने को ठगा महसूस कर रहे हैं. बैठक में मौजूद जिला पार्षद ने कई अहम मुद्दा उठाया. इसमें कार्यालय में पारदर्शिता की भारी कमी, चल-अचल संपत्ति की जानकारी, चांदनी चौक पर बन रहे मार्केट, एन ओ सी का मामला आदि को लेकर पार्षद नाराज हैं. आज जिला पार्षद अपने-अपने क्षेत्र में अपने को अपमानित महसूस कर रहे हैं. जिप सदस्य इश्तियाक आलम ने एक बड़ा खुलासा करते हुए बताया कि जिला परिषद के पास आज एक सौ पैंसठ करोड़ रुपये जमा है. जिसे खर्च नहीं किया जा सका. दूसरा खुलासा ये किया की एक मुखिया पंद्रह से बीस लाख तक एक योजना पर खर्च करता है, लेकिन जिला पार्षद को मात्र सात से साढ़े सात लाख तक का ही काम दिया जाता है. बैठक में मौजूद जिला पार्षद ने मनरेगा योजना से जिला परिषद को काम कराने की स्वीकृति जल्द दिलायी जाये. इन्हीं सब मुद्दों व समस्याओं को लेकर नाराज पार्षद बीस जून से आमरण अनशन पर बैठेंगे. बैठक में जिला पार्षद के उपाध्यक्ष प्रतिनिधि श्रावण कुमार, जिला पार्षद अमन राज, वाज उद्दीन, पार्षद प्रतिनिधि सत्य नारायण यादव, फैसल जावेद यासीन, चुन्ना आदि मौजूद थे.
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