अस्पताल में होगा हेल्प डेस्क सेंटर का संचालन
अनावश्यक भीड़ से निबटने के लिए मरीजों के परिजनों को डिजिटल पास होगा जारीफोटो-21-अस्पताल निरीक्षण करते जिलाधिकारी
प्रतिनिधि, अररियासदर अस्पताल परिसर में नवनिर्मित मातृ-शिशु अस्पताल का जिलाधिकारी अनिल कुमार ने शनिवार को निरीक्षण किया. जिलाधिकारी ने अस्पताल में उपलब्ध सुविधाओं का जायजा लिया. इस क्रम में उन्होंने अस्पताल में बेहतर चिकित्सकीय सेवाओं की उपलब्धता व मरीजों की सुविधाओं को ध्यान में रखते स्वास्थ्य अधिकारियों को कई जरूरी निर्देश दिये. निरीक्षण के क्रम में जिलाधिकारी ने अस्पताल में उपलब्ध सुविधा व मरीजों की सहूलियत को ध्यान में रखते हुए आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया. इस क्रम में सिविल सर्जन डॉ केके कश्यप, सदर एसडीओ अनिकेत कुमार, सदर अस्पताल के प्रभारी अधीक्षक डॉ आकाश कुमार राय, डीपीएम संतोष कुमार सहित अन्य विभागीय अधिकारी व कर्मी मौजूद थे.
अस्पताल की सुविधाओं का लिया फीडबेक
जिलाधिकारी ने निरीक्षण के क्रम में अस्पताल के विभिन्न वार्डों, ऑपरेशन थिएटर, नवजात शिशु देखभाल इकाई), प्रसूति वार्ड और आपातकालीन कक्ष का निरीक्षण किया. उन्होंने मरीजों और उनके परिजनों से बातचीत कर स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता व अस्पताल की व्यवस्थाओं के बारे में फीडबैक भी लिया. जिलाधिकारी ने दूर-दराज इलाकों से इलाज के लिए आने वाले मरीजों को सुविधा को ध्यान में रखते हुए हेल्प डेस्क के निर्माण का निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिया. इससे मरीजों व उनके परिजनों को अस्पताल की विभिन्न सेवाओं की जानकारी आसानी से मिल सकेगी. जिलाधिकारी ने अस्पताल में अनावश्यक भीड़ को नियंत्रित करने के उद्देश्य से जिलाधिकारी ने प्रसूता के साथ केवल एक अटेंडेंट के लिये डिजिटल पास जारी करने के लिये अधिकारियों को निर्देशित किया. जिलाधिकारी ने कहा कि अस्पताल में अनावश्यक भीड़-भाड़ से स्वास्थ्य सेवाओं पर असर पड़ता है. स्वच्छता व प्रबंधन संबंधी इंतजाम प्रभावित होते हैं. डिजिटल पास जारी किये जाने से अस्पताल की बेहतर सफाई व समुचित रखरखाव संभव होगा.मरीजों को सुविधाजनक इलाज उपलब्ध कराने की हो रही पहल
सिविल सर्जन डॉ केके कश्यप ने बताया कि निरीक्षण के क्रम में जिलाधिकारी से प्राप्त दिशा निर्देश का जल्द अनुपालन सुनिश्चित कराया जायेगा. मातृ-शिशु अस्पताल में लगातार सुविधाओं को सुदृढ़ किया जा रहा है. मरीजों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए सभी तरह के जरूरी इंतजाम सुनिश्चित कराये जा रहे हैं. डीपीएम स्वास्थ्य संतोष कुमार ने बताया कि मातृ-शिशु अस्पताल में 12 बेड क्षमता वाला अत्याधुनिक सुविधाओं से लैश एसएनसीयू को शिफ्ट किया गया है. इससे बीमार नवजात का गुणवत्तापूर्ण इलाज संभव हो सकेगा. इससे पहले एसएनसीयू अस्पताल परिसर स्थित एक जर्जर भवन में संचालित था.————–
बकाया राशि जमा नहीं कराने पर होगी कार्रवाईअररिया. जिले में नीलाम पत्र वाद के निष्पादन के क्रम में पीडीआर एक्ट के अंतर्गत सभी तरह के सरकारी बकाया राशि व सभी बैंकों से लिये गये ऋण की राशि की वसूली के लिए लंबित निर्गत वारंट बीडब्ल्यू के क्रियान्वयन के लिए जिले में बीते 27 जनवरी से आगामी 03 वारंट तक वारंट सप्ताह मनाया जा रहा है. जिलान्तर्गत सभी नीलाम पत्र देनदारों को सूचित किया गया है कि नीलाम पत्र से संबंधित बकाया राशि को अविलंब संबंधित बैंक व सरकारी विभाग को जमा कराना सुनिश्चित करें. अन्यथा बिहार व उड़ीसा लोक मांग वसूली अधिनियम 1914 के प्रावधानों के तहत ऐसे लोगों को गिरफ्तार कर आवश्यक कानूनी कार्रवाई करते हुए उनसे राशि की वसूली की जायेगी. इस संबंध में जिला नीलाम पत्र पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि उक्त संबंध में अधिक जानकारी के लिये जिला नीलाम पत्र प्रशाखा अररिया से संपर्क किया जा सकता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है