जयंती पर याद किये गये डॉ जगदीश चंद्र बोस

कार्यक्रम में काफी संख्या में पहुंचे थे लोग

By Prabhat Khabar News Desk | November 30, 2024 8:25 PM

22-प्रतिनिधि, फारबिसगंज स्कूली बच्चों की संस्था बिहार बाल मंच ने संस्था के संस्थापक विनोद कुमार तिवारी की अध्यक्षता में शनिवार को शहर के प्रोफेसर कॉलोनी के समीप अवस्थित पीडब्ल्यूडी में देश के प्रसिद्ध वैज्ञानिक डॉ जगदीश चंद्र बोस की जयंती मनायी. कार्यक्रम में बड़ी संख्या में संस्था से जुड़े सरकारी व गैर सरकारी स्कूलों ने भाग लिया. मौके पर बच्चों को संबोधित करते हुए विनोद कुमार तिवारी ने कहा कि 30 नवंबर 1858 ई को वनस्पति शास्त्र के प्रसिद्ध वैज्ञानिक डॉ जगदीश चंद्र बोस का जन्म फरीदपुर ढाका में हुआ था. विश्व में पहली बार 1885 में उन्होंने रेडियो तरंगों से बेतार संचार का प्रदर्शन मारकोनी के प्रदर्शन के दो वर्ष पूर्व किया था. वनस्पतियों में भी जीवन होता है. इसे स्थापित करने वाले वे पहले वैज्ञानिक थे. उन्हें वर्ष 1917 में नाइट की उपाधि से सम्मानित किया गया. वे रॉयल सोसाइटी ऑफ लंदन के फेलो चुने गये. उन्होंने बोस रिसर्च इंस्टीट्यूट की स्थापना की फिर 1937 तक संस्था के निदेशक रहे. 23 नवंबर 1937 को गिरिडीह झारखंड में उनका निधन हुआ था. ——————————– दिव्यांगता जांच शिविर का आयोजन फोटो-21- शिविर में उपस्थित चिकित्सक. प्रतिनिधि, फारबिसगंज अस्पताल मोड़ के समीप अवस्थित पुराने पीएचसी के परिसर में शनिवार दिव्यांगता जांच शिविर का आयोजन किया गया. शिविर में दिव्यांगों के जांच के उपरांत उन्हें प्रमाणपत्र उपलब्ध कराया गया. आयोजित जांच शिविर में अनुमंडलीय अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ केएन सिंह, पूर्व उपाधीक्षक डॉ मुन्ना कुमार, पीएचसी प्रभारी डॉ राजीव कुमार बसाक सहित अन्य चिकित्सकों ने दिव्यांग जनों का स्वास्थ्य जांच किया. शिविर में पहुंचे कुल 30 दिव्यांगजनों के स्वास्थ्य व शारीरिक जांच के उपरांत उन्हें दिव्यांगता प्रमाण पत्र उपलब्ध कराया गया. जानकारी अनुसार जांच के लिए 50 दिव्यंगों ने ऑनलाइन आवेदन किया था. लेकिन शिविर में महज 30 दिव्यांग ही पहुंचें. इस मौके पर पीएचसी के बीएचएम हाजी सईद उज्जमा, बीईई पंकज कुमार, एजाज अहमद, मो इस्माईल, प्रदीप कुमार सिंह, युवा समाज सेवी नसीम रजा सहित अन्य चिकित्सा कर्मी मौजूद थे.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version