बुजुर्ग व्यक्ति के पास अनुभव का खजाना: साध्वी श्री
व्यक्ति उम्र से नहीं बल्कि अपने विचारों से होता है बूढ़ा
फोटो-7- श्रद्धालुओं को संबोधित करती साध्वी श्री जी. व्यक्ति उम्र से नहीं बल्कि अपने विचारों से होता है बूढ़ा प्रतिनिधि, फारबिसगंज शहर के तेरापंथ भवन में आचार्य श्री महाश्रमण जी की विदुषी सुशिष्या साध्वी श्री स्वर्णरेखा जी ठाणा चार के सन्निधि में शनिवार के प्रातःकालीन प्रवचन सत्र में ढलती उम्र में रहे कैसे चित समाधि का आयोजन अनुभवी व वरिष्ठ श्रावकों व श्राविकाओं के लिए किया गया. आयोजित कार्यक्रम में लगभग 35 बुजुर्ग अभिभावक गण ने भाग लिया. इनमें सबसे अधिक वयोवृद्ध 96 वर्ष की इचरज देवी दफ्तरी व 94 वर्ष के भीखमचंद बादलिया ने भी भाग लिया. बुजुर्ग व्यक्ति अनुभव के खजाने होते हैं बरगद का पेड़ व बूढ़ा आदमी दोनों एक समान होते हैं. क्योंकि दोनों के पास स्नेह की छांव है. व्यक्ति अपनी उम्र से बूढ़ा नहीं होता बल्कि अपने विचारों से बूढ़ा होता है. अगर व्यक्ति के अंदर नकारात्मक सोच व भाव आ जाते है तो वह व्यक्ति बूढ़ा हो जाता है. जिस प्रकार बचपन और यौवन भी जाता है उसी प्रकार बुढ़ापे में व्यक्ति को यही सोचना चाहिए कि यह समय भी बीत जाएगा. अपने चित समाधि के लिए बुजुर्गों को किसी से न अपेक्षा करनी चाहिए ना ही अपेक्षा करनी चाहिए. हमेशा जितना कम हो सके उतना बोलना चाहिए व व्यापार का मोह भी छोड़ देना चाहिए. आत्मरमण करना चाहिए. कार्यक्रम का कुशल संचालन वरिष्ठ श्रावक निर्मल मरोठी ने किया. कार्यक्रम में बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे. ———- राधाकृष्ण सरस्वती विद्या मंदिर में अर्द्धवार्षिक परीक्षा का परिणाम घोषित फोटो-8- परीक्षाफल के साथ छात्र. जोगबनी. शनिवार को राधाकृष्ण सरस्वती विद्या मंदिर में अर्धवार्षिक परीक्षा के परिणाम की घोषणा विद्यालय के संरक्षक सत्यदेव प्रसाद विश्वास व प्रधानाचार्य विद्यानंद मंडल व परीक्षा प्रमुख लोकेश नाथ झा के द्वारा सामूहिक रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया. इस अवसर पर भैया, बहनों के साथ उनके अभिभावकगण, माताएं व बहनें उपस्थित हुए. जो भैया- बहनों का परिणाम प्राप्त कर बहुत प्रसन्न हुए. अभिभावकों ने बताया कि बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए सबसे अच्छा विद्यालय राधाकृष्ण सरस्वती विद्या मंदिर है. प्रधानाचार्य ने परीक्षा पर चर्चा के द्वारा बच्चों के विकास कैसे हो सकता है पर चर्चा की. इस मौके पर परीक्षा प्रमुख लोकेश नाथ झा, सभी आचार्यगण व मीडिया प्रमुख अजीत कुमार मौजूद थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है