शव के पहुंचते ही घर परिवार में मचा कोहराम, नवोदय के छात्र मो वकास पटना के एक अस्पताल में इलाज के दौरान हार गया जिंदगी से जंग, प्रतिनिधि, फारबिसगंज. विगत दिनों अररिया आरएस रेलवे स्टेशन पर सेल्फी लेने के दौरान हाई वोल्टेज करेंट के चपेट में आने से गंभीर रूप से झुलस कर घायल हुए अररिया आरएस में स्थित शिक्षण संस्थान जवाहर नवोदय विद्यालय के वर्ग अष्टम के छात्र 15 वर्षीय मो वकास पिता अब्दुल कैय्यूम का पटना के एक अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गयी. पटना के एक अस्पताल में इलाजरत छात्र मो वकास आखिर कर अपनी जिंदगी की जंग हार गया. छात्र मो वकास का पटना के एक अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो जाने के बाद जब शव फारबिसगंज अनुमंडल के सिमराहा थाना क्षेत्र की पुरवारी झिरुआ पंचायत के वार्ड 10 में जुम्मन चौक के समीप स्थित उनके घर पर पहुंचा तो ना केवल उनके घर परिवार में बल्कि उनके परिजनों व पूरे गांव में मातम छा गया. मृतक छात्र के माता-पिता व परिजनों के चीत्कार से हर किसी की आंखें नम होती रही. हर आंखों में आंसू था, लेकिन अपने आंसू व गमों को समेटते हुए लोग मृतक के विलाप कर रहे माता-पिता व परिजनों को सांत्वना देने में लगे रहे. बताया जाता है कि मृतक छात्र मो वकास चार भाई दो बहन में दूसरे तीसरे नंबर पर था. इससे पूर्व भी मृतक छात्र के एक बड़े भाई की मौत बुखार से हो गयी थी. पिता अब्दुल कय्यूम सरकारी शिक्षक है. मृतक छात्र के पार्थिव शरीर को देखने के लिए जहां लोगों का भीड़ उमड़ पड़ी. वहीं मृतक छात्र के जनाजा के नमाज में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए.
क्या था मामला
अररिया आरएस में स्थित शिक्षण संस्थान जवाहर नवोदय विद्यालय में वर्ग अष्टम में पढ़ने वाले छात्र सिमराहा के झिरुआ पुरवारी वार्ड 10 निवासी 15 वर्षीय मो वकास पिता अब्दुल कैय्यूम विगत रविवार की देर रात्रि अररिया आरएस रेलवे स्टेशन पर हाई वोल्टेज करेंट के चपेट में आने से झुलस कर गंभीर रूप से घायल हो गए थे. जिसका इलाज पटना में चल रहा था. जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी. बताया जाता है कि सेल्फी लेने के क्रम में छात्र के साथ उक्त घटना घटित हुई थी. सबसे बड़ी बात तो ये है कि जब उक्त छात्र अररिया आरएस में स्थित शिक्षण संस्थान जवाहर नवोदय विद्यालय में वर्ग अष्टम में पढ़ता था व उसी विद्यालय के कैंपस में स्थित नील गृह हॉस्टल में रहता था तो आखिर किस परिस्थिति में छात्र रात्रि के समय विद्यालय व हॉस्टल से बाहर रेलवे स्टेशन पहुंच गया. आखिर विद्यालय प्रबंधन के द्वारा छात्रों के सुरक्षा और उसके देख-रेख के लिए जिम्मेवारी किसको दिया गया था. आखिर वह हॉस्टल में छात्रों को देखभाल करने वाले इंचार्ज व प्राचार्य क्या-कर रहे थे. ऐसे ढ़ेरों सवाल लोग आपस में करते नजर आ रहे है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है