मुख्य मार्ग पर बह रहा बाढ़ का पानी, राहगीर परेशान
नदी किनाने बसे लोगों में दहशत
बकरा नदी उफान पर, गांव में घुसा पानी
फोटो:38-मुख्य सड़क से होकर बह रहा पानी. प्रतिनिधि,कुर्साकांटाप्रखंड क्षेत्र में बाढ़ का पानी अब मुख्य सड़क से होकर बहने लगा है. बता दें कि कुर्साकांटा कुआड़ी मुख्य मार्ग पर 18 मील के निकट मुख्य सड़क से होकर पानी बहने से राहगीरों समेत वाहन चालकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. ग्रामीणों ने बताया कि बकरा नदी के उफान पर होने के कारण बाढ़ का पानी गांव में घुस रहा है. जिससे जहां लोगों को जलजमाव की समस्या से दो चार होना पड़ रहा तो दूसरी तरफ बारिश जो कि रुकने का नाम नहीं ले रही है जो जलजमाव की समस्या को बढ़ा रही है. ग्रामीणों में शामिल डाढ़ापीपर निवासी बंदे लाल साह, संजय साह, श्याम राम, बिनोद सागर समेत दर्जनों लोगों ने बताया कि बाढ़ के साथ जलजमाव से आमजन परेशान हैं. जल जमाव के कारण सबसे अधिक परेशानी पशुओं को रही है. पशुओं के लिए चारे की व्यवस्था करना पशुपालक के लिए परेशानी का कारण बन रहा है.————–
मदनपुर में सड़क पर चढ़ा तीन फीट पानीफोटो:39-मदनपुर में सड़क पर बह रहा पानी.
ताराबाड़ी. ग्रामीण क्षेत्र एवं आसपास में पिछले दो दिनों से रुक-रुक कर हो रही लगातार झमाझम वह रिमझिम बारिश से आम जनजीवन प्रभावित हुआ है. हालांकि धान की खेती करने वाले किसान को अमृत बारिश भी करार दे रहे हैं. वहीं मदनपुर बाजार में पलासी मदनपुर मुख्य मार्ग पर दो से तीन फीट पानी लग जाने से राहगीरों को काफी कठनाई का सामना करना पड़ रहा है. इतना हीं नहीं उसी सड़क पर हाइस्कूल भी हैं जहां बच्चे बच्चियां को भी आने जाने में परेशानी होती है, ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से बाजार में नाला निर्माण कराने की मांग किया है.———————
नूना, बकरा, घाघी व पहाड़ा नदी के जलस्तर में वृद्धिफोटो:-निचले क्षेत्रो में फैला बाढ़ का पानी.
सिकटी. तीन दिनों से हो रही लगातार मूसलाधार बारिश से आम जनजीवन अस्त-व्यस्त है. प्रखंड क्षेत्र के निचले हिस्से में अवस्थित गांव में पानी भरने लगा है. खेतों में लगी धान की फसल डूबने के कगार पर है. लगातार हो रही बारिश से लोग घर में दुबकने को विवश हैं. नेपाल के जल अधिग्रहण क्षेत्र से पानी छोड़े जाने के कारण प्रखंड क्षेत्र की नदियों में वेग को गति मिल रही है. नूना, बकरा, घाघी पहाड़ा आदि नदियों के जलस्तर में वृद्धि दर्ज की जा रही है. एक बार फिर से प्रखंड क्षेत्र में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है.बकरा व नूना नदी के तट पर बसे लोगों को सता रही बाढ़ की चिंता
जहां एक तरफ नूना के उफनाने से लोगों को 16 बार बाढ़ का सामना करना पड़ा था. वहीं वक्र रेखा के रूप में पहचान रखने वाली बकरा ने सैकड़ों एकड़ भूमि को अपनी आगोश में ले लिया था. इसी चिंता में बकरा व नूना नदी के तट पर बसे कचना, सालगोरी, कबैया, औलाबारी, बगुलाडांगी, पीरगंज, तीरा, खोरागाछ, बांसबारी, सिंघिया आदि गांव के लोग अपने घरों में खाने-पीने की चीज जमा करने लगे हैं. बांसबाड़ी, सिंघिया, घोड़ाचौक के ग्रामीणों ने बताया कि नूना नदी के जलस्तर में वृद्धि अचानक होती है. लोगों को संभलने का मौका तक नहीं देती.इंडो-नेपाल सीमा सड़क पर खतरा
बकरा नदी के पीरगंज घाट पर नदी पूर्व दिशा की तरफ बहती हुई इंडो-नेपाल बॉर्डर रोड को ठोकर मारती हुई पूर्व से पश्चिम दिशा की ओर बह रही है. फिर वहां से पुल से गुजरती हुई खेतों को काटती हुई बह रही है.वहीं निचले क्षेत्रों में पानी भर जाने से गांव व आनेजाने वाले रास्तों में जलजमाव की समस्या से लोग काफी चिंतित हैं.स्कूलों में घुसा बारिश का पानी
लगातार हो रही से प्रखंड क्षेत्र में अवस्थित विद्यालयों में बारिश का पानी भर गया है. इन विद्यालयों में मध्य विद्यालय सिंघिया, सालगोड़ी व उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय कचना में पानी भर जाने के कारण बच्चों व शिक्षकों के लिए काफी मुश्किल स्थिति पैदा हो गयी है. बच्चे पानी में स्कूल जाने को विवश हैं. इतना ही नहीं नदियों के बीच घिरा प्राथमिक विद्यालय औलाबाड़ी की स्थिति काफी चिंता जनक है, ———————कनकई नदी के उफान से डकैता गांव में मंडराया बाढ़ का खतराफोटो:40-केसर्रा पंचायत के डकैता गांव में घूस रहा कनकई नदी का पानीप्रतिनिधि,जोकीहाट
प्रखंड क्षेत्र में लगातार हो रही मुसलाधार बारिश से बकरा, कनकई व परमान नदियों का जलस्तर बढ़ गया है. सबसे तेज गति से कनकई नदी के जलस्तर में बढोतरी हुई है जो खतरे के निशान से उपर बह रही है. कनकई नदी के जलस्तर में वृद्धि से केसर्रा पंचायत के डकैता गांव में शुक्रवार की संध्या बाढ़ का पानी घूस रहा था. कनकई नदी का जल चारो तरफ फैलने से केसर्रा पंचायत के जहानपुर, सतघरा, बैरगाछी, डुमरिया, हरदार, कजलेटा, भेलागंज, मालछड़ी आदि गांव में खेतों में लगे धान की फसल डूब गयी है जिससे किसान चिंतित हैं. किसानों ने बताया कि पहले कडी धूप में फसल जल गया जो बच गया वह पानी में डूब रहा है. मवेशी के चारे के लिए किसानों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है.—————
बोची पंचायत के वार्ड संख्या चार-पांच में जल जमावफोटो:41-बोची के भारी बारिश से जल जमाव की समस्या.
अररिया. अररिया प्रखंड के बोची पंचायत के वार्ड संख्या 04 व 05 के लोग भारी जलजमाव की समस्या से जूझ रहे हैं. क्षेत्र में पानी की निकासी के उचित प्रबंध न होने के कारण लोगों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है, लगातार जारी बारिश के बाद जलजमाव की स्थिति इतनी गंभीर हो गई है कि दर्जनों घरों के निवासी अपने हीं घरों से बाहर निकलने में असमर्थ हो गये हैं. लोगों के दैनिक कामकाज भी बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है व उन्हें बुनियादी कार्यों को करने में कठिनाई हो रही है. जलजमाव की वजह से न केवल घरों में पानी घुसा हुआ है, बल्कि गांव के चौराहों व सड़कों पर भी आवागमन मुश्किल हो गया है, बच्चों का स्कूल जाना बंद हो गया है., व्यवसाय बुरी तरह प्रभावित हो रहे हैं, और लोग अपने दैनिक कामों को पूरा करने में असमर्थ हैं. लगातार बारिश के बाद जलजमाव की समस्या और गंभीर हो गयी है. स्थानीय निवासियों का कहना है कि बारिश के पानी ने उनकी जिंदगी को पूरी तरह से पंगु बना दिया है. यह स्थिति स्वास्थ्य के लिहाज से भी बेहद खतरनाक है क्योंकि मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है, जिससे मलेरिया और डेंगू जैसी बीमारियों के फैलने का खतरा बढ़ गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है