एचएमपीवी संक्रमण के बढ़ते मामलों को लेकर राज्य सरकार ने की एडवाइजरी जारी

एचएमपीवी यानी ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस संक्रमण के मामले देश के कई राज्यों में सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग संबंधित मामलों के प्रति विशेष सतर्कता बरत रही है.

By Prabhat Khabar News Desk | January 7, 2025 8:38 PM

सर्दी-खांसी व सांसों से जुड़ी समस्या वाले मरीजों की गहन निगरानी का आदेश, प्रतिनिधि, अररिया. एचएमपीवी यानी ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस संक्रमण के मामले देश के कई राज्यों में सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग संबंधित मामलों के प्रति विशेष सतर्कता बरत रही है. इसे देखते राज्य सरकार ने एडवाइजरी जारी की है. कोरोना वायरस से मिलते जुलते लक्षण वाला यह वायरस लोगों के ऊपरी व निचले श्वसन पथ में संक्रमण फैलाता है. यह संक्रमण आमतौर मामूली रूप से लोगों की सेहत को प्रभावित करता है, लेकिन पांच साल से कम उम्र के बच्चे, कमजोर इम्यूनिटी वाले लोग, खास कर बुजुर्गों के लिये यह स्वास्थ्य संबंधी गंभीर चुनौतियां पेश कर सकता है. इस कारण उन्हें अस्पतालों में भर्ती होना पड़ सकता है. जिला स्वास्थ्य विभाग संबंधित मामलों के प्रति विशेष सतर्कता व सावधानी बरत रही है. कम उम्र के बच्चे व बुजुर्गों को खतरा अधिक सीएस डॉ केके कश्यप ने कहा कि एचएमपीवी वायरस को लेकर फिलहाल पैनिक होने की कोई जरूरत नहीं है. हालांकि, यह वायरस किसी भी उम्र के लोगों को प्रभावित कर सकता है, लेकिन 05 साल से कम उम्र के बच्चे, 65 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों को इसका ज्यादा खतरा रहता है. वहीं कमजोर इम्यूनिटी वाले लोग, अस्थमा या सांस संबंधी अन्य बीमारियों से ग्रसित लोगों के लिये यह वायरस स्वास्थ्य संबंधी गंभीर चुनौती खड़ी कर सकता है. संक्रमित के संपर्क में आने से होता है संक्रमण का प्रसार एचएमपीवी वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है. संक्रमित व्यक्ति के खांसने-छींकने या उनके संपर्क में आने से यह एक व्यक्ति से दूसरे में फैलता है. आमतौर पर इसके संक्रमण के मामले सर्दियों में बढ़ते हैं व वसंत में कम हो जाते हैं. कोरोना की तरह ही कुछ आसान उपायों की मदद से इस वायरस के प्रसार को नियंत्रित किया जा सकता है. बचाव के लिये सतर्कता व सावधानी जरूरी एचएमपीवी वायरस के संक्रमण से बचाव व इसके प्रसार को नियंत्रित करने के लिये नियमित अंतराल पर हाथों की सफाई जरूरी है. वहीं गंदे हाथों से हाथ, आंख व नाक-कान को छूने से परहेज करने, संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाये रखने, खांसते व छींकते वक्त मुंह में रूमाल से ढक कर रखने, संक्रमण के दौरान खुद को आइसोलेट करना जरूरी होता है. एक से दूसरे व्यक्ति में संक्रमण के प्रसार को रोका जा सके. विभाग अलर्ट, अधिकारियों को दिये गये जरूरी निर्देश सीएस डॉ केके कश्यप ने कहा कि संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए राज्य सरकार ने एडवाइजरी जारी की है. विभाग इसका शतप्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित कराने के प्रयासों में जुटा है. स्वास्थ्य अधिकारियों को संबंधित मामलों पर नजर रखने के लिये निर्देशित किया गया है. सभी स्वास्थ्य संस्थानों को सर्दी-खांसी व सांसों से जुड़ी समस्या लेकर ओपीडी में आने वाले मरीजों की विशेष निगरानी का आदेश दिया गया है. मिलते जुलते लक्षण वाले मरीजों का तत्काल जांच सुनिश्चित कराते हुए जरूरी एहतियाती कदम उठाने के लिये निर्देशित किया गया है.

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