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जिंदगी में खेल का महत्वपूर्ण योगदान

मेजर ध्यानचंद के जन्मदिन पर जेएनवी में कार्यक्रम आयोजित

By Prabhat Khabar News Desk | August 29, 2024 6:52 PM

फोटो:-10-दीप प्रज्ज्वलित करते जेएनवी के प्राचार्य व शिक्षक. प्रतिनिधि, अररिया पीएम श्री जवाहर नवोदय विद्यालय अररिया में खेल दिवस के अवसर पर एक कार्यक्रम आयोजित किया गया. यह कार्यक्रम हॉकी के महान खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद की जन्मदिन के अवसर पर उनके तैल चित्र पर प्राचार्य सुशांत कुमार झा व अन्य शिक्षकों ने दीप प्रज्ज्वलित किया. साथ ही मौजूद बच्चों ने पुष्प सुमन अर्पित किया. इस अवसर पर खेल को जीवन से जोड़ते हुए शिक्षा में सहायक ही नहीं, बल्कि स्वस्थ समाज विकसित करने के लिए छात्र जीवन ही नहीं, आजीवन खेलकूद के महत्व पर प्राचार्य ने प्रकाश डाला. इस मौके पर विद्यालय के शिक्षक आरके चौधरी, एसके झा, पी के गुप्ता, मीना कुमारी, एसके चौधरी, शमशाद आलम सहित अन्य शिक्षक मौजूद थे. ———- जेनिथ पब्लिक स्कूल मनाया गया राष्ट्रीय खेल दिवस फोटो-11- विजेता खिलाड़ियों के साथ प्रिंसिपल. प्रतिनिधि, जोगबनी हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद के जन्मदिन के शुभ अवसर पर राष्ट्रीय खेल दिवस समारोह जेनिथ पब्लिक स्कूल में मनाया गया. वहीं जेनिथ पब्लिक स्कूल की प्रिंसिपल कविता खान के द्वारा कबड्डी व रस्सा कस्सी का खेल संपन्न कराया गया. कबड्डी खेल में पुरुष वर्ग में द्रोणा हाउस ने आर्यभट्ट हाउस को 1 अंकों से हराकर विजेता रहा व तृतीय स्थान पर बुद्धा हाऊस रहा. महिला वर्ग में बुद्धा हाऊस ने आर्यभट्ट हाउस को 5 अंकों से हराकर विजेता रही व तृतीय स्थान पर चाणक्य हाऊस रहा. वहीं रस्सा कस्सी खेल में पुरुष वर्ग में द्रोणा हाउस ने चाणक्य हाऊस को हराकर विजेता बनी. वहीं महिला वर्ग में चाणक्य हाऊस ने द्रोणा हाउस को हराकर विजेता रही व तृतीय स्थान पर आर्यभट्ट हाउस रहा. —————- सरस्वती विद्या मंदिर में राष्ट्रीय खेल दिवस मनाया गया. फोटो:-12- खेलकूद करते स्कूली बच्चे. प्रतिनिधि, फारबिसगंज श्रीरानी सरस्वती विद्या मंदिर फारबिसगंज में गुरुवार को मेजर ध्यानचंद के जन्मदिवस को राष्ट्रीय खेल दिवस के रूप में मनाया गया. मेजर ध्यानचंद के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम की शुरुआत की गई. भैया बहनों को संबोधित करते हुए विद्यालय के प्रधानाचार्य आशुतोष मिश्र ने मेजर ध्यानचंद के जीवन व उनके उपलब्धियों के बारे में बताते हुए कहा कि कैसे वो हॉकी के जादूगर बने और भारत को ओलंपिक में तीन बार स्वर्ण पदक दिलाया जो एक राष्ट्रीय स्वाभिमान का विषय है. शिशु मंदिर के प्रधानाचार्य अनिल कुमार ने सभी भैया बहनों को खेल में आगे बढ़ने का आशीर्वाद दिया. कार्यक्रम को सफल बनाने में खेलकूद के मार्गदर्शक आचार्य सुनील कुमार सिंह की सक्रिय भूमिका रही.

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