जेंडर हिंसा विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित, निकाली गयी जागरूकता रैली बेटा-बेटी में किसी भी तरह का नहीं करें भेदभाव 36-प्रतिनिधि, अररिया महिला व बाल विकास निगम व जिला बाल संरक्षण इकाई के संयुक्त तत्वाधान में सोमवार को समाहरणालय परिसर में स्थित परमान सभागार में जेंडर आधारित हिंसा विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. कार्यशाला का उद्घाटन जिलाधिकारी अनिल कुमार ने किया. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि जेंडर आधारित हिंसा को समाप्त करने की दिशा में विशेष पहल की शुरुआत हम सभी अपने घर से करें. उन्होंने हिंसा को किसी भी स्तर पर स्वीकार नहीं करने की बात कही. जिलाधिकारी ने जीविका दीदियों व स्कूली बच्चियों को भी इसे लेकर जागरूक करने के लिए विशेष अभियान संचालित करने का निर्देश दिया. डीपीओ आइसीडीएस मंजूला व्यास ने कहा कि जेंडर हिंसा रोकथाम का जन-जन तक प्रचार प्रसार करने के लिये सभी एलएस को निर्देशित किया गया. उन्होंने कहा कि संबंधित क्षेत्र में लैंगिक हिंसा से संबंधित किसी भी प्रकार की शिकायत नहीं मिलनी चाहिये. बाल संरक्षण इकाई के सहायक निदेशक ने लैंगिक हिंसा की रोकथाम व जागरूकता के लिए सभी को आवश्यक कदम उठाने, ट्रांसजेंडर को भी समाज में बराबरी का हक मिले इसे लेकर जरूरी प्रयास करने के लिए कार्यशाला में उपस्थित अधिकारी व कर्मियों को जरूरी सुझाव दिया. कार्यशाला में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी ने पुलिस प्रशासन द्वारा लैंगिक हिंसा की रोकथाम को लेकर किये जा रहे कार्यों की जानकारी कार्यशाला में दी. इस दिशा में लोगों को अपनी सोच बदलने व पुलिस को समुचित सहयोग करने की अपील की. उद्योग विभाग के महाप्रबंधक ने लैंगिक रोकथाम व बेटा-बेटी में किसी भी तरह का भेदभाव नहीं करने की बातें कही. इस क्रम में जागरूकता के लिए शॉर्ट फिल्म भी प्रदर्शित किया गया. इस मौके पर सिविल सर्जन डॉ केके कश्यप, सहायक निदेशक सामाजिक सुरक्षा नितेश कुमार पाठक, डीपीओ आइसीडीएस मंजूला व्यास, डीइओ संजय कुमार, जिला बाल संरक्षण इकाई के सहायक निदेशक, सदर एसडीओ सहित संबंधित विभाग के अन्य अधिकारी व कर्मी मौजूद थे. इससे पूर्व महिला व बाल विकास निगम व जिला बाल संरक्षण इकाई के संयुक्त तत्वाधान में अंतरराष्ट्रीय महिला हिंसा पखवाड़ा के तहत समाहरणालय परिसर से जेंडर हिंसा संबंधी जन जागरूकता रैली निकाली गयी. जागरूकता रैली को जिला प्रोग्राम पदाधिकारी सह नोडल पदाधिकारी मिशन शक्ति अररिया, सहायक निदेशक बाल संरक्षण इकाई, सहायक निदेशक अल्पसंख्यक कल्याण, जिला कल्याण पदाधिकारी ने संयुक्त रूप से हरी झंडी दिखाकर क्षेत्र भ्रमण के लिये रवाना किया. ———– भाजपा-जदयू शासन में दबंगों का मनोबल चरम पर: भाकपा माले 37- प्रतिनिधि, अररिया भाकपा माले जिला कमेटी (सीपीआइ माले) अररिया के नेता व कार्यकर्ताओं ने सोमवार को मुख्यालय स्थित बस स्टैंड से लेकर चांदनी चौक तक एक दिवसीय प्रतिरोध मार्च निकाला. वहीं भाकपा माले के नेता रामविलास यादव ने बताया कि यह मार्च कटिहार जिले के मनसाही थाना अंतर्गत पिंडा गांव में विगत 30 नवंबर को जमीन जोतने के दौरान महेंद्र उरांव व रघुनाथ उरांव पर गोविंद सिंह व उनके साथ आये दबंग-अपराधियों ने जानलेवा हमला किया था. गोलीबारी के क्रम में बैद्यनाथ उरांव के पेट में गोली लगी व घटनास्थल पर हीं उनकी मृत्यु हो गयी. जबकि जबना उरांव को जांघ व हाथ में गोली लगी. वे फिलहाल भागलपुर में इलाजरत हैं. एक महिला भी घायल है. दो ट्रैक्टर को आग के हवाले करके पूरे इलाके में दहशत का माहौल बनाने की कोशिश की गई. बताया कि मुख्य अभियुक्त अभी भी खुलेआम आदिवासियों को धमकी देते हुए घुम रहा है. इस भयावह घटना की जांच में विगत 04 दिसंबर को नेता विधायक दल महबूब आलम, विधायक व आदिवासी संघर्ष मोर्चा के राज्य संयोजक वीरेंद्र प्रसाद गुप्ता व खेग्रामस के राज्य अध्यक्ष व पूर्व विधायक मनोज मंजिल ने पिंडा गांव का दौरा कर पूरे मामले का जायजा लिया. भाकपा-माले जांच दल ने कहा है कि भाजपा-जदयू सरकार सिकमी बटाइदारों के अधिकारों को सुरक्षित रख पाने में पूरी तरह असफल साबित हुई है. अव्वल तो यह कि इन्हीं पार्टियों के नेताओं के संरक्षण में सिकमी बटाइदारों की बेदखली की साजिश रची जा रही है. यह स्वीकार नहीं है. वहीं मार्च में भाकपा-माले व आदिवासी संघर्ष मोर्चा ने सूबे के सरकार से मांग की है कि वैद्यानाथ उरांव के परिजनों को 20 लाख, जले ट्रैक्टर के एवज में 10-10 लाख रुपये का मुआवजा मिले. घायलों का सरकारी स्तर पर इलाज हो. साथ हीं मजिस्ट्रेट व पुलिस बल के संरक्षण में महेंद्र उरांव व रघुनाथ उरांव को जमीन पर अधिकार मिले. मनसाही थाना की संदिग्ध भूमिका देखते हुए दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई हो. मौके पर भाकपा माले के नेताओं में अजित पासवान, जितेंद्र पासवान, इंद्रानंद पासवान, रामेश्वर ऋषिदेव, रामविलास यादव, मो इस्माइल सहित दर्जनों कार्यकर्ता शामिल थे.
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